बंगाल में शिक्षक भर्ती घोटाले को लेकर ED ने TMC विधायक माणिक भट्टाचार्य को किया गिरफ्तार
पश्चिम बंगाल में हुए कथित शिक्षक भर्ती घोटाले को लेकर आज यानी मंगलवार को ED की टीम ने एक और बड़ी गिरफ़्तारी की है। ईडी ने इस मामले में तृणमूल कांग्रेस के विधायक माणिक भट्टाचार्य को गिरफ्तार किया है। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने पार्थ-अर्पिता के बाद यह गिरफ्तारी की है। बता दें बंगाल में शिक्षक भर्ती घोटाले के वक्त भट्टाचार्य शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष थे। ईडी द्वारा यह कार्रवाई माणिक से लंबी पूछताछ के बाद की गयी है।
West Bengal | Former chairman of West Bengal Board of Primary Education & TMC MLA Manik Bhattacharya was arrested today after being questioned overnight by Enforcement Directorate on the School Service Commission (SSC) scam. He will be produced before the Court today.
— ANI (@ANI) October 11, 2022
सोमवार दोपहर से प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने पूछताछ शुरू की थी। इस दौरान ED ने जांच में सहयोग न करने का आरोप लगाते हुए उनकी गिरफ्तारी की। बता दें, सीबीआई ने भी इस मामले में 27 सितंबर को टीएमसी विधायक को पूछताछ के लिए तलब किया था, लेकिन वे जांच एजेंसी के सामने पेश नहीं हुए थे।
माणिक भट्टाचार्य के बारे में
माणिक भट्टाचार्य जोगेश चंद्र चौधरी लॉ कॉलेज के रिटायर्ड प्रिंसिपल और पश्चिम बंगाल प्राथमिक शिक्षा बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष हैं। जून महीने में कलकत्ता हाई कोर्ट ने राज्य प्राथमिक शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष के पद से हटा दिया था। चुनावी हलफनामे के मुताबिक, उनकी कुल दर्ज संपत्ति 3 करोड़ रुपये है जिसमें 2.3 करोड़ रुपये चल संपत्ति और 66.4 लाख रुपये अचल संपत्ति में शामिल हैं। उनकी कुल घोषित आय 24.3 लाख रुपये है जिसमें से 21.9 लाख रुपये स्वयं आय है।
बता दें 22 जुलाई को ED ने पार्थ-अर्पिता के साथ भट्टाचार्य के घर पर रेड मारी थी। इसके बाद 23 जुलाई को पश्चिम बंगाल के तत्कालीन शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी और उनकी करीबी अर्पिता को ED की टीम ने गिरफ्तार कर लिया था। ED को अर्पिता के फ्लैट से करीब 49 करोड़ रुपए कैश और गोल्ड मिला था। ED का कहना है कि यह स्कैम करीब 100 करोड़ रुपए का है।