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फैक्ट चेक: स्क्रिप्टेड है सोशल मीडिया पर वायरल सब्जियों को इंजेक्ट करने का वीडियो, पढ़ें पूरा लेख 

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फैक्ट चेक: स्क्रिप्टेड है सोशल मीडिया पर वायरल सब्जियों को इंजेक्ट करने का वीडियो, पढ़ें पूरा लेख 

 

सब्जियों को इंजेक्ट कर रहे कुछ लोगों  का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। पोस्ट को शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि यही सब्जियां बाजार में लाई जाती हैं जिन्हें खाने से बीमारी का खतरा कई गुना बढ़ जाता है। इन लोगों को यूजर्स किसान बता रहे हैं।

फेसबुक का पोस्ट कुछ इस प्रकार है, ‘किसान के भेष में छिपे हुए शैतान, जिन्हें हम अन्नदाता कहकर पूजते है, उन्हीं के बीच में छिपे हुए कुछ स्वार्थी लोग जिन्हें देशद्रोही कहना गलत नहीं होगा, वो हमारे नसों में जहर घोल रहे हैं। सरकार को चाहिए कि हर शहर/ गाँव स्तर पर ऐसे लोगों चिन्हित करके रासुका की कार्यवाही करें।’

 

फेसबुक के वायरल पोस्ट का लिंक यहाँ देखें

 

फैक्ट चेक:

न्यूज़मोबाइल की पड़ताल में हमने जाना कि वायरल वीडियो को स्क्रिप्टेड है इसका वास्तविकता से कोई संबंध नहीं।

वायरल वीडियो देखने पर यह हमें संदेहास्पद लगा। इसके बाद हमने इसकी पड़ताल शुरू की। हमने एक कीफ्रेम को गूगल रिवर्स की मदद से खोजा। इस दौरान हमें ट्विटर पर नगरिस बानों नामक यूजर द्वारा किया गया एक पोस्ट मिला जिसके कमेंट सेक्शन में इसे स्क्रिप्टेड बताया गया है।

सच्चाई जानने के लिए हमने एक कीफ्रेम व कुछ कीवर्ड के साथ गूगल पर फिर से खोजा। इस प्रक्रिया में हमें वायरल वीडियो में दिख रहा एक व्यक्ति फेसबुक के फातिमा बोनटो नामक यूजर द्वारा अपलोड किए एक दूसरे वीडियो में भी दिखा।

प्राप्त वीडियो का स्क्रीनशॉट

वायरल वीडियो का स्क्रीनशॉट 

फेसबुक पेज को खंगालने पर पता चला कि Fatima Bonatto नामक इस पेज पर सभी स्क्रिप्टेड वीडियो अपलोड किए जाते हैं।

 

इसके बाद हमने प्राप्त फेसबुक पेज पर हमने वायरल वीडियो को ढूंढने के लिए बारीकी से खंगाला। काफी मशक्क्त के बाद हमें वायरल वीडियो मिला गया, जिसे उक्त फेसबुक पेज पर सितंबर 02, 2023 को अपलोड किया गया था। बता दें कि वीडियो को पोस्ट करते हुए कैप्शन में जानकारी दी गयी है कि फेसबुक पर यह वीडियो सिर्फ जागरूकता फ़ैलाने के उद्देश्य से बनाया गया है।

 

सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो की उपरोक्त पड़ताल में मिले तथ्यों से हमने जाना कि वायरल वीडियो में सब्जियों में इंजेक्शन लगाने का दावा फर्जी है।