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फैक्ट चेक: यूपी के बरेली में एक समुदाय के बीच हुए विवाद के वीडियो को भ्रामक सांप्रदायिक रंग देकर किया गया वायरल, जानें पूरा सच

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फैक्ट चेक: यूपी के बरेली में एक समुदाय के बीच हुए विवाद के वीडियो को भ्रामक सांप्रदायिक रंग देकर किया गया वायरल, जानें पूरा सच

 

सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। यह वीडियो एक झड़प का है, जहां कुछ लोगों को गोली चलाते व एक व्यक्ति का पीछा करते हुए देखा जा सकता है। वीडियो में अफरातफरी की स्थिति मची हुई हैं। वीडियो में कुछ लोगों को सर पर समुदाय विशेष की सफेद टोपी पहने हुए भी देखा जा सकता हैं।

इसी वीडियो को सोशल मीडिया पर शेयर कर यह दावा किया जा रहा है कि उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में होली के मौके पर कुछ लोग दूसरे समुदाय के लोगों को जबरन बंदूक की नोक पर रंग लगा रहे हैं।

फेसबुक पर यह वीडियो शेयर कर हिंदी भाषा के कैप्शन में लिखा गया है कि होली के नाम पर धांधली मूलमन इलाके में घुसकर बंदूक की नोक पर लगाया जा रहा है रंग घटना उत्तर प्रदेश रामराज बरेली की है

 

फेसबुक के वायरल पोस्ट को यहाँ देखें

 

फैक्ट चेक :-

न्यूज़मोबाइल की पड़ताल में हमने जाना कि वायरल वीडियो भ्रामक सांप्रदायिक एंगल के साथ वायरल किया गया है।  

देश में इन दिनों होली का माहौल चल रहा है, इसी दौरान सोशल मीडिया पर कई ऐसे वीडियो वायरल हो रहे हैं जहां लोगों को हुड़दंग मचाते व समुदाय विशेष के लोगों के साथ होली के नाम पर बदसलूकी तथा जबरन रंग लगाते हुए देखा जा सकता है। इसी बीच सोशल मीडिया पर यह उक्त वीडियो वायरल हो रहा है।

वायरल वीडियो को देखने पर हमें इसके वायरल दावे पर भ्रामक होने का शक हुआ इसलिए सच्चाई जानने के लिए हमने पड़ताल की। सबसे पहले हमने वीडियो को कुछ की कीफ्रेम्स में तोड़ा और फिर एक कीफ्रेम को गूगल पर रिवर्स इमेज टूल के माध्यम से खोजना शुरू किया। खोज के दौरान हमें

The Free Press Journal नामक वेबसाइट पर मार्च 24, 2024 को प्रकाशित एक लेख में वायरल वीडियो मिला। लेख के मुताबिक बीती शनिवार रात बरेली के सैलानी इलाके में युवाओं के दो गुटों के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद गोलियां चली गयी, जिससे इलाके के लोगों में दहशत फैल गई। पुलिस के मौके पर पहुंचने से पहले दोनों पक्ष भाग गए।

 

लेख में मीडिया खबरों के मुताबिक जानकारी दी गयी है कि रात करीब साढ़े 12 बजे सैलानी बाजार में काठ के पेड़ के पास चहल-पहल थी। यहां लोग रोजा खोलने के बाद इफ्तार के लिए इकट्ठा हुए थे। बताया जाता है कि इसी दौरान बिरयानी की दुकान पर मौजूद युवकों के बीच विवाद हो गया। विवाद के बाद एक व्यक्ति दूसरे साथी का पैसा लेकर भागने लगा। जब अन्य लोगों ने उसे पकड़ने की कोशिश की तो वह दुकानों की ओर भाग गया। भागते समय एक युवक ने बचने के लिए हवाई फायरिंग की। इससे बाजार में हड़कंप मच गया और कुछ ही देर बाद दुकानदारों ने अपनी दुकानें गिरा दीं।

लेख में कहीं भी सांप्रदायिक एंगल होने का जिक्र नहीं किया गया है। इसलिए उक्त वीडियो के साथ वायरल हो रहे दावे की सटीक पुष्टि के लिए हमने गूगल पर और बारीकी से खोजना शुरू किया। खोज के दौरान हमें वायरल वीडियो पर बरेली पुलिस का पोस्ट भी मिला जिसे उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर मार्च 24, 2024 को अपलोड किया था।

पोस्ट में जानकारी दी गयी थी कि थाना बारादरी क्षेत्र में शनिवार रात एक ही समुदाय के दो पक्षों में विवाद हुआ था। इसी विवाद के दौरान फायरिंग की गयी थी। पोस्ट में पुलिस ने बताया कि इस मामले में किसी भी प्रकार का कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं है। सोशल मीडिया पर इस विवाद के वीडियो को भ्रामक सांप्रदायिक एंगल देकर वायरल किया जा रहा है।

पड़ताल के दौरान मिले तथ्यों से हमने जाना कि वायरल वीडियो उत्तर प्रदेश के बरेली में थाना बारादरी क्षेत्र का जहां एक ही समुदाय के दो गुटों में विवाद हुआ था। सोशल मीडिया पर इस वीडियो को भ्रामक सांप्रदायिक एंगल से वायरल किया जा रहा है।