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कारगिल विजय दिवस: सेना प्रमुख बिपिन रावत ने पाकिस्तान को ‘दुस्साहस’ नहीं दोहराने की दी चेतावनी

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सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने शुक्रवार को पाकिस्तान को आगाह करते हुए कहा कि अगर पड़ोसी देश कारगिल जैसी हिमाकत फिर करता है तो वह अपने लिए ही दूसरे युद्ध का विकल्प चुन रहा है.

द्रास में कारगिल वार मेमोरियल में शहीदों को श्रद्धांजलि देने के बाद मीडिया से बातचीत में जनरल रावत ने कहा, ‘कश्मीर में छद्म युद्ध जारी रहेगा और इसे देखते हुए हमें अपने सैनिकों को निगरानी उपकरणों को लैस करते हुए उन्हें ताकतवर बनाने की जरूरत है. इसके अलावा ओवर ग्राउंड वर्कर्स पर नकेल कसने की आवश्यकता है.’

संवाददाता सम्मलेन में यह पूछे जाने पर कि वो कारगिल युद्ध में भारत की जीत की 20 वीं वर्षगांठ पर पाकिस्तान को क्या संदेश देना चाहेंगे, रावत ने कहा, “यह मत करो. गलतियाँ आम तौर पर दोहराई नहीं जाती हैं. आपको अगली बार इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी.”

सेना की इन्वेंट्री को आधुनिक बनाने के बारे में बात करते हुए, रावत ने कहा कि ध्यान आर्टिलरी हथियार प्रणाली पर है.

“हम अपनी इन्वेंट्री को आधुनिक बनाने पर विचार कर रहे हैं। हमारा ध्यान आर्टिलरी हथियार प्रणाली पर है, 2020 तक हम होवित्जर प्राप्त करेंगे, के -9 वज्र का निर्माण अब देश में किया जा रहा है और दो बोफोर्स जैसे बंदूकें स्थानीय स्तर पर निर्मित की जा रही हैं.”

सेना प्रमुख ने कहा कि वास्तविक नियंत्रण रेखा (LOC) पर “शांति” कायम है और स्थिति नियंत्रण में है.

रावत ने आगे कहा कि जवान देशवासियों को उनकी सुरक्षा का भरोसा दिलाते हुए आगे बढ़ते रहेंगे.

“मैं अपने देशवासियों को बताना चाहता हूं कि आप निश्चिंत हो सकते हैं कि रक्षा सेवाओं को दिया गया कोई भी काम हमेशा पूरा किया जाएगा चाहे वह कितना भी कठिन क्यों न हो. हमारे सैनिक हमारी सीमाओं की रक्षा करते रहेंगे.”

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रावत ने पाकिस्तान को आड़े हाथों लेते हुए कहा, पाकिस्तान कश्मीर का मसला जीवंत बनाए रखने के लिए वह हताशा भरे कदम उठा रहा है। आतंकवाद फैलाने और उसका समर्थन करने के लिए दुनिया भर में उसकी फजीहत हो रही है.

जनरल रावत ने कहा कि कश्मीर में चरमपंथी एवं कट्टरवादी सोच को जिंदा रखने और उसे बढ़ाने के लिए सोशल मीडिया का भी इस्तेमाल किया जा रहा है.

भारतीय सेना कारगिल युद्ध की 20 वीं वर्षगांठ मना रही है, जिसमें ऑपरेशन विजय में भाग लेने वाले सैनिकों के गौरव और वीरता को याद किया जा रहा है.

26 जुलाई को हर साल कारगिल विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है. 1999 में इस दिन पाकिस्तान पर भारत ने विजय प्राप्त की थी.