महाराष्ट्र की मुंबई पुलिस ने आज तड़के सुबह रिपब्लिक टीवी के एडिटर अर्नब गोस्वामी के खिलाफ एक्शन लिया है। मुंबई में पुलिस ने आज रिपब्लिक के एडिटर इन चीफ अर्नब गोस्वामी को उनके घर से पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इस गिरफ्तारी के मद्देनज़र अर्नब ने मुंबई पुलिस पर अपने और अपने परिवार के साथ मारपीट करने का आरोप भी लगाया है।
देखें किस तरह अर्नब को आज मुंबई पुलिस ने किया गिरफ्तार।
#WATCH रायगढ़ (महाराष्ट्र): रिपब्लिक टीवी के संपादक अर्नब गोस्वामी को अलीबाग पुलिस स्टेशन लाते समय उन्होंने कहा,"मुझे पुलिस ने मारा है।" #RepublicTv #ArnabGoswami #Arnab @Republic_Bharat @republic pic.twitter.com/N9p4OpMIWb
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#WATCH मुंबई में अपने आवास से अर्नब गोस्वामी को कैसे गिरफ्तार किया गया।
सौजन्य: रिपब्लिक#RepublicTV #ArnabGoswami #MumbaiPolice@republic @isaurabhshukla pic.twitter.com/EH73Ga6Def
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इस घटना के बाद अब रिपब्लिक ने जारी किया बयान.
इस हमले के बाद गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट कर महारष्ट्र सरकार की कड़ी निंदा कर कहा कांग्रेस और उसके सहयोगियों ने एक बार फिर लोकतंत्र को शर्मसार किया। रिपब्लिक टीवी और अर्नब गोस्वामी के खिलाफ राज्य की सत्ता का दुरुपयोग व्यक्तिगत स्वतंत्रता और लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर हमला है। यह आपातकाल की याद दिलाता है।
कांग्रेस और उसके सहयोगियों ने एक बार फिर लोकतंत्र को शर्मसार किया। रिपब्लिक टीवी और अर्नब गोस्वामी के खिलाफ राज्य की सत्ता का दुरुपयोग व्यक्तिगत स्वतंत्रता और लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर हमला है। यह आपातकाल की याद दिलाता है: गृह मंत्री @AmitShah pic.twitter.com/0qPH5kelXh
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इस घटना के बाद केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावेडकर ने अर्नब पर पुलिस की इस करवाई की निंदा की है और कहा है कि ये दिन आपातकाल के दिनों जैसा है। प्रकाश जावड़ेकर ने अर्नब गोस्वामी की गिरफ्तारी पर कड़ी निंदा करते हुए ट्वीट किया और लिखा, ‘हम महाराष्ट्र में प्रेस की आजादी पर हमले की निंदा करते हैं। यह प्रेस के साथ बर्ताव का तरीका नहीं है। यह हमें आपातकाल के उन दिनों की याद दिलाता है जब प्रेस के साथ इस तरह से व्यवहार किया गया था।’
मुंबई में प्रेस-पत्रकारिता पर जो हमला हुआ है वह निंदनीय है। यह इमरजेंसी की तरह ही महाराष्ट्र सरकार की कार्यवाही है। हम इसकी भर्त्सना करते हैं: केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर@PrakashJavdekar @Republic_Bharat #RepublicTV #ArnabGoswami pic.twitter.com/NTISHfGXGc
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उन्होंने एक और ट्वीट किया जो हिन्दी में है, उसमें लिखा, ‘मुंबई में प्रेस-पत्रकारिता पर जो हमला हुआ है वह निंदनीय है। यह इमरजेंसी की तरह ही महाराष्ट्र सरकार की कार्यवाही है। हम इसकी भर्त्सना करते हैं।’
धर्मेंद्र प्रधान ने भी की निंदा।
प्रजातंत्र में इससे खराब दिन कुछ नहीं हो सकता, वरिष्ठ पत्रकार से ऐसा अमानवीय व्यवहार करने की कड़ी से कड़ी भाषा में निंदा करना भी कम है। ये राजनीतिक उद्देश्य से किया गया है, हम इसकी निंदा करते हैं: अर्नब गोस्वामी की गिरफ़्तारी पर केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान @dpradhanbjp pic.twitter.com/pnPfBYGzQH
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अर्नब गोस्वामी का दावा सास-ससुर, बेटे और पत्नी के साथ भी हुई मारपीट।
इस घटना में अर्नब गोस्वामी ने आरोप लगाया है कि मुंबई पुलिस ने उनके सास-ससुर, बेटे और पत्नी के साथ मारपीट की है। इसके अलावा, रिपब्लिक टीवी ने अपने वीडियो फुटेज में दावा किया है कि मुंबई पुलिस ने अर्नब के साथ भी बदसलूकी की है।
अर्नब गोस्वामी का कहना है कि मुंबई पुलिस ने उनकी सास, सुसर, बेटे और पत्नी के साथ मारपीट की। रिपब्लिक टीवी पर प्ले की गई वीडियो के मुताबिक मुंबई पुलिस ने अर्नब गोस्वामी के साथ भी मारपीट की। स्क्रीनशॉट रिपब्लिक टीवी से। #RepublicTv #ArnabGoswami #Arnab @Republic_Bharat pic.twitter.com/FRfM60V63f
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स्मृति ईरानी ने कहा- चुप रहना दमन का समर्थन करना है।
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने इस कार्रवाई पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने ट्वीट किया, ‘फ्री प्रेस में जो लोग आज अर्नब के समर्थन में नहीं खड़े हैं, वे फासीवाद के समर्थन में हैं। आप उसे पसंद नहीं कर सकते हैं, आप उसे स्वीकार नहीं कर सकते हैं, आप उसके अस्तित्व को तुच्छ समझ सकते हैं, लेकिन अगर आप चुप रहते हैं तो आप दमन का समर्थन करते हैं। अगली बार आप पर कार्रवाई हुई तो कौन बोलेगा?’
Those in the free press who don’t stand up today in support of Arnab, you are now tactically in support of fascism. You may not like him, you may not approve of him,you may despise his very existence but if you stay silent you support suppression. Who speaks if you are next ?
— Smriti Z Irani (@smritiirani) November 4, 2020
कंगना ने भी साधा महारष्ट्र सरकार पर निशाना।
कंगना रनौट ने इस पूरे मामले में महारष्ट्र सरकार को जमकर आकड़े हाथ लिया है। उन्होंने कहा – ‘मैं महाराष्ट्र सरकार से पूछना चाहती हूं कि आपने आज अर्नब गोस्वामी को उनके घर में जाकर मारा है…कितने घर तोड़ेंगे आप?…कितनी आवाजें बंद करेंगे आप?…एक आवाज बंद करेंगे, कई उठ जाएंगी…कोई पैंग्विन कहता है तो गुस्सा आता है? क्यों गुस्सा आता है, जब पप्पू सेना कहते हैं? सोनिया सेना कहते हैं तो गुस्सा आता है क्या?’
Message for Maharashtra government @republic #Arnab #ArnabWeAreWithYou #ArnabGoswami pic.twitter.com/AJizRCitS7
— Kangana Ranaut (@KanganaTeam) November 4, 2020
देवेंद्र फडणवीस ने कहा- यह लोकतंत्र पर धब्बा है।
आणिबाणी 1977 मध्ये संपुष्टात आली, पण मानसिकता कायम!
आणिबाणीचे समर्थन करणारी शिवसेना आणि काँग्रेस एकत्र आल्यावर त्याच मानसिकतेचे प्रदर्शन करीत आहेत. सरकारविरोधी प्रत्येक आवाज दडपण्याचा प्रयत्न हा लोकशाहीसाठी घातक.
अशा प्रत्येक दडपशाहीविरुद्ध संघर्ष करणे हाच भारताचा नारा आहे.— Devendra Fadnavis (@Dev_Fadnavis) November 4, 2020
संजय राउत ने दी सफाई।
इस मामले पर संजय राउत का कहना है कि महाराष्ट्र की सरकार कभी बदले की भावना से कार्रवाई नहीं करती, महाराष्ट्र में कानून का राज है। पुलिस को जांच में कोई सबूत हाथ लगा होगा तो पुलिस किसी पर भी कार्रवाई कर सकती है।
उस चैनल ने हम सबके खिलाफ जिस प्रकार का बदनामी का कैंपेन चलाया था, झूठे इल्ज़ाम लगाए थे। हमने तो ये कहा कि कोई झूठे इल्ज़ाम लगाता है तो उसकी भी जांच होनी चाहिए: संजय राउत, शिवसेना
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