नई दिल्ली: आज यानि, 15 अगस्त को संपूर्ण भारतवर्ष में 77वां स्वतंत्रता दिवस मनाया जा रहा है. इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिल्ली के प्रतिष्ठित लाल किले पर झंडा फहराने के बाद देश को संबोधित कर रहे हैं. पीएम ने कहा, दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र और अब जनसंख्या के मामले में भी अग्रणी देश. इतना बड़ा देश, मेरे परिवार के 140 करोड़ सदस्य आज स्वतंत्रता दिवस मना रहे हैं.
स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री के संबोधन से जुड़ी कुछ अहम बातें:
आज परिवारवाद और तुष्टीकरण ने हमारे देश को बर्बाद कर दिया है. किसी राजनीतिक दल का प्रभारी केवल एक ही परिवार कैसे हो सकता है? उनके लिए उनका जीवन मंत्र है- परिवार की पार्टी, परिवार द्वारा और परिवार के लिए..
मेरा दृढ़ विश्वास है कि 2047 में जब देश आजादी के 100 वर्ष मनाएगा तो देश एक विकसित भारत होगा. मैं यह बात अपने देश की क्षमता और उपलब्ध संसाधनों के आधार पर कहता हूं…लेकिन समय की मांग तीन बुराइयों से लड़ने की है – भ्रष्टाचार, वंशवाद और तुष्टिकरण: पीएम मोदी
“जब हम 2014 में सत्ता में आए, तो हम वैश्विक आर्थिक प्रणाली में 10वें स्थान पर थे. आज 140 करोड़ भारतीयों के प्रयास से हम पांचवें स्थान पर पहुंच गये हैं, ये ऐसे ही नहीं हुआ. भ्रष्टाचार के राक्षस ने देश को अपनी गिरफ्त में ले लिया था – हमने लीकेज रोकी और एक मजबूत अर्थव्यवस्था बनाई.”
सरकार पारंपरिक कौशल वाले लोगों के लिए अगले महीने 13,000 से 15,000 करोड़ रुपये के आवंटन के साथ विश्वकर्मा योजना शुरू करेगी: स्वतंत्रता दिवस के भाषण के दौरान पीएम मोदी
कोविड-19 महामारी के बाद एक नई विश्व व्यवस्था, एक नया भू-राजनीतिक समीकरण बहुत तेजी से आगे बढ़ रहा है. भू-राजनीति की परिभाषा बदल रही है. आज नई विश्व व्यवस्था को आकार देने में 140 करोड़ लोगों की क्षमता देखी जा सकती है.
देश में अवसरों की कोई कमी नहीं है. देश में अनंत अवसर प्रदान करने की क्षमता है: 77वें स्वतंत्रता दिवस पर देश के युवाओं को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
लाल किले से मणिपुर पर बोले पीएम मोदी:
कुछ दिनों से मणिपुर से लगातार शांति की खबर आ रही है,देश मणिपुर के लोगों के साथ है…समाधान केवल शांति से ही पाया जा सकता है. केंद्र और राज्य सरकार समाधान के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है: 77वें स्वतंत्रता दिवस पर पीएम मोदी
“भारत के स्वतंत्रता संग्राम में अपना योगदान देने वाले सभी वीरों को मैं अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ.”
“आज, मैं उन लोगों को बधाई देता हूं और सलाम करता हूं जिन्होंने देश की आजादी में योगदान दिया. इस साल जब हम गणतंत्र दिवस मनाएंगे तो यह 75 साल का जश्न होगा.”