नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंंद केजरीवाल की मुश्किलें बढ़ गई हैं. राउज एवेन्यू कोर्ट ने उन्हें 3 दिन की रिमांड पर सीबीआई को सौंप दिया है. यह सबकुछ तब हुआ जब ईडी से जुड़े मामले की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में शुरू ही होने वाली थी.
CBI ने 25 जून को रात 9 बजे तिहाड़ जाकर शराब नीति में भ्रष्टाचार को लेकर केजरीवाल से पूछताछ की थी. शराब नीति केस से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में ED ने उन्हें 21 मार्च को गिरफ्तार किया था. वे पिछले 87 दिनों से तिहाड़ में बंद हैं. इस बीच सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर उन्हें 10 मई से 2 जून (21 दिन) तक जमानत मिली थी. लोकसभा चुनाव खत्म होने के एक दिन बाद 2 जून को उन्हें तिहाड़ में सरेंडर करना पड़ा था.
ईडी के बाद अब CBI ने अरविन्द केजरीवाल पर शिकंजा कसा है. जांच एजेंसी ने शराब नीति में भ्रष्टाचार के आरोप में उन्हें गिरफ्तार किया है. इससे पहले, शराब नीति में मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में ED ने 21 मार्च को उन्हें गिरफ्तार किया था.
सीबीआई ने रिमांड के लिए अरविंद केजरीवाल को आज यानी बुधवार को कोर्ट में पेश किया गया था. जहां सीबीआई ने पूछताछ के लिए अदालत से अरविंद केजरीवाल की हिरासत मांगी. इस पर अदालत ने मंजूरी दे दी. फिलहाल, दिल्ली की राऊज एवेन्यू कोर्ट और आम आदमी पार्टी दफ्तर के बाहर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है.
नए मामले में गिरफ्तारी के बाद केजरीवाल ने सुप्रीम कोर्ट में दाखिल जमानत याचिका वापस ले ली. लोअर कोर्ट ने मनी लॉन्ड्रिंग केस में 20 जून को उन्हें जमानत दे दी थी. ED इसके खिलाफ हाईकोर्ट पहुंची. 25 जून को हाईकोर्ट ने लोअर कोर्ट का फैसला पलट दिया. इसके खिलाफ केजरीवाल ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाई थी.
गौरतलब है कि CBI और ED ने दिल्ली शराब नीति मामले में कथित अनियमितताओं को लेकर अगस्त 2022 में केस दर्ज किए थे. ED ने 21 मार्च को शराब नीति मामले में केजरीवाल को उनके घर से गिरफ्तार किया था. उन्हें 1 अप्रैल को तिहाड़ भेजा गया. 25 जून को तिहाड़ में केजरीवाल के 87 दिन पूरे हो गए हैं.