भारतीय सेना दिवस आज, सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडेय ने सेना को किया संबोधित, जानिए क्या है इसका इतिहास
आज यानी 15 जनवरी को देशवासी ‘सेना दिवस’ मना रहा है। हर साल 15 जनवरी को ‘भारतीय सेना दिवस’ के तौर पर मनाया जाता है। आज देश में 75वां सेना दिवस मनाया जा रहा है। इस मौके पर भारतीय सेना के प्रमुख जनरल मनोज पांडेय ने सेना को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भरता से आधुनिकता हमारा मूलमंत्र होगा। भारतीय रक्षा उद्योग इन चुनौतियों के लिए आगे आ रहा है। हमें मेड इन इंडिया हथियारों, उपकरणों पर भरोसा है। कृत्रिम बुद्धिमत्ता, क्वांटम संचार, मानव रहित प्रणाली, निर्देशित ऊर्जा हथियार जैसी आला तकनीक का स्वदेशीकरण हो रहा है।
आत्मनिर्भरता से आधुनिकता हमारा मूलमंत्र होगा। भारतीय रक्षा उद्योग इन चुनौतियों के लिए आगे आ रहा है। हमें मेड इन इंडिया हथियारों, उपकरणों पर भरोसा है। कृत्रिम बुद्धिमत्ता, क्वांटम संचार, मानव रहित प्रणाली, निर्देशित ऊर्जा हथियार जैसी आला तकनीक का स्वदेशीकरण हो रहा है: सेना प्रमुख pic.twitter.com/0OT7JUXZpa
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 15, 2023
क्या है इसका इतिहास
देश में हर साल 15 जनवरी सेना दिवस मनाया जाता है। बता दें कि भारतीय सेना की आधिकारिक तौर पर स्थापना 1 अप्रैल 1895 को हुई थी। लेकिन भारतीय सेना को 15 जनवरी 1949 को अंग्रेजों से आजादी मिली थी और 1949 में अंतिम ब्रिटिश कमांडर-इन-चीफ जनरल सर फ्रांसिस रॉय बुचर से के.एम करियप्पा ने भारतीय सेना की कमान संभाली थी। इस प्रकार वे आजादी के बाद वे पहले भारतीय कमांडर-इन-चीफ बने।
तभी से 15 जनवरी को सेना दिवस के रूप में मनाया जाता है। जनरल सर फ्रांसिस बुचर ने करियप्पा को भारतीय सेना की कमान सौंपी। उसके बाद लेफ्टिनेंट करियप्पा भारत के पहले आर्मी चीफ बने। लेफ्टिनेंट जनरल करियप्पा ने 1947 में पश्चिमी सीमा पर पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध में भारतीय सेना का नेतृत्व किया था।
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