अब से बस कुछ ही दिनों में बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान है। 243 विधानसभा सीटों के लिए बिहार में तीन चरणों में मतदान होंगे। पहले चरण की 71 सीटों के लिए 28 अक्टूबर को मतदान होगा और परिणाम 10 नवंबर को घोषित किए जाएंगे। इस चरण में 16 जिले हैं जिसके लिए 1,064 उम्मीदवार मैदान में हैं। अब बात करे अगर उम्मीदवारों की तो इन उम्मीदवारों में से 153 करोड़पति हैं और 328 का तो आपराधिक रिकॉर्ड है।
अगर हम एफिडेविट पर विश्वास करे तो महागठबंधन के 58 फीसदी उम्मीदवार करोड़पति हैं, जबकि 60 फीसदी उम्मीदवार एनडीए में करोड़पति हैं। महागठबंधन की बात करे तो इसमें RJD (राष्ट्रीय जनता दल) की अगुवाई में पांच पार्टियां शामिल हैं और कांग्रेस भी इस टीम का हिस्सा है।
अब हम बात करेंगे बिहार चुनाव के पहले चरण के मतदान में शामिल कुछ मुख्य उम्मीदवारों के बारे में।
राम नारायण मंडल-
यह नीतीश शासन में राजस्व और भूमि सुधार मंत्री हैं। जिन्हें भाजपा ने फिर से नॉमिनेट किया है। अगर बांका सीट की बात करे तो ये सीट 1990 से या तो BJP या to RJD के पक्ष में रही है। 2015 में इसी सीट से राम नारायण को RJD के प्रत्याशी ने कड़ी टक्कर भी दी थी। तब राम नारायण को 38 फीसदी वोट मिले थे, जबकि RJD के जफरूल होदा को 2015 में 35 फीसदी वोट मिले थे। अब इस बार भी बांका विधानसभा क्षेत्र में खड़े प्रत्याशियों के बीच में कड़ी टक्कर होने की पूरी उम्मीद लगाई जा रही है।
श्रेयसी सिंह –
बिहार की जमुई सीट से भाजपा उम्मीदवार श्रेयसी सिंह ने साल 2018 के राष्ट्रमंडल खेलों में शूटिंग में भले ही सटीक निशाना लगाकर स्वर्ण पदक जीता हो लेकिन उनके लिये चुनावी समर में जीत हासिल करना इतना आसान नहीं होगा। श्रेयसी सिंह का मुकाबला पूर्व मंत्री एवं राजद के कद्दावर उम्मीदवार विजय प्रकाश से है। बता दे जमुई सीट पर पहले चरण के चुनाव में 28 अक्टूबर को मतदान होना है। शूटिंग में दुनियाभर में नाम कमाने वाली श्रेयसी हाल ही में भाजपा में शामिल हुई थी और पार्टी ने उन्हें जमुई से अपना प्रत्याशी बनाया. 29 वर्षीया सिंह पूर्व मंत्री और बिहार के दिग्गज नेता दिवंगत दिग्विजय सिंह की पुत्री हैं और पहली बार चुनावी राजनीति में उतरी हैं।
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जमुई सीट कई कारणों से हाईप्रोफाइल सीट के रूप में चर्चित है. इसमें एक कारण यह है कि शूटिंग में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाने वाली श्रेयसी सिंह यहां से चुनाव लड़ रही हैं जो जमुई संसदीय क्षेत्र में आता है और जहां से लोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान सांसद हैं.
चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी, राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन से अलग हो गयी है और उन्होंने नीतीश कुमार को गठबंधन का नेता मानने से इनकार कर दिया है. जमुई में मुकाबला बहुकोणीय है. भाजपा से श्रेयसी सिंह के सामने राजद के विजय प्रकाश है जिनपर कई आपराधिक मामले भी दर्ज है। ख़ास बात ये है कि ये महिलाओं पर अत्याचार और अपराधों के खिलाफ अपनी आवाज़ बुलंद करती आ रही है।
सबसे अमीर प्रत्याशी अनंत सिंह –
बिहार विधानसभा चुनाव ने पहले चरण के मतदान से ठीक पहले एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफॉर्म (ADR) और बिहार इलेक्शन वॉच (Bihar Election Watch) ने प्रत्याशियों से जुड़ा एक आंकड़ा जारी किया है। इन आकड़ों के मुताबिक उनकी चल संपत्ति 18 करोड़ 49 लाख तो अचल संपत्ति 50 करोड़ 7 लाख यानी कुल संपत्ति 68 करोड़ 56 लाख रुपए से ज्यादा है। हालांकि, उनके ऊपर 17 करोड़ 15 लाख की देनदारी भी है। बता दे फिलहाल उन्हें उनके खिलाफ गंभीर और जघन्य आपराधिक आरोप भी हैं और वर्तमान में बेउर केंद्रीय जेल में बंद हैं। राजद उन्हें मोकामा विधानसभा सीट से मैदान में उतार रहा है।
कुमार, जो लगातार पांचवें कार्यकाल के लिए फिर से चुनाव चाह रहे हैं, जदयू के राजीव लोचन सिंह के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने 2005 में जद (यू) से अपना राजनीतिक कार्यकाल शुरू किया जब पार्टी भाजपा के साथ गठबंधन में थी। बता दे उनके फिलहाल उनके खिलाफ गंभीर और जघन्य आपराधिक आरोप भी हैं और फिलहाल वो बेउर केंद्रीय जेल में बंद हैं। इस चुनाव में RJD में उन्हें मोकामा विधानसभा सीट से मैदान में उतार रहा है। लगातार पांचवें कार्यकाल के लिए फिर से चुनाव लड़ रहे त्याशी अनंत सिंह इस बार JDU के राजीव लोचन सिंह के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे। रोचक बात ये है कि उन्होंने 2005 में जद (यू) से अपना राजनीतिक कार्यकाल शुरू किया जब पार्टी भाजपा के साथ गठबंधन में थी।
विभा देवी –
RJD उम्मीदवार विभा देवी बलात्कार के दोषी बल्लभ यादव की पत्नी हैं। इस चुनाव में वह नवादा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रही हैं। बता दे राजवल्लभ यादव ने 2015 में नवादा से इंद्रदेव प्रसाद को हराकर जीत हासिल की थी। हालांकि, यादव (बल्लभ यादव)को 2018 में बलात्कार के मामले में आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी अब विभा देवी जदयू के मौजूदा विधायक कौशल यादव के खिलाफ चुनाव लड़ेगी।
बता दे ये कुछ ही ऐसे उम्मीदवार है जिनकी प्रोफाइल इतनी अलग और सोच में डालने वाली है। अब से बस कुछ दिन में होने वाले चुनाव में अब बस देखना ये होगा की वोटर्स यानी की मतदाता वोट करते वक़्त किन चीज़ों और किन बातों का ध्यान रखेंगे।