नई दिल्ली: बजट सत्र से पहले केंद्र द्वारा बुलाई जा रही सर्वदलीय बैठक सोमवार को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में होगी. संसद को सुचारू रूप से चलाने के लिए सरकार विपक्ष से सहयोग मांग सकती है.
बैठक केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रहलाद जोशी ने बुलाई है जो दोपहर में संसद एनेक्सी भवन में होगी. बैठक के दौरान, विपक्षी दलों के उन मुद्दों को उठाने की संभावना है जो वे संसद में उठाने का इरादा रखते हैं.
फ्लोर सहयोग की रणनीति बनाने के लिए 30 जनवरी की दोपहर एनडीए फ्लोर के नेताओं की एक बैठक भी होगी. सरकार के वित्तीय एजेंडे पर भारी पड़ने वाला बजट सत्र दो भागों में विभाजित होगा. इसकी शुरुआत संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण से होगी. राष्ट्रपति के अभिभाषण के बाद आर्थिक सर्वेक्षण पेश किया जाएगा. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी को केंद्रीय बजट पेश करेंगी. केंद्रीय बजट 2023-24 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले आखिरी पूर्ण बजट हो सकता है.
सत्र का पहला भाग 31 जनवरी से शुरू होगा और 13 फरवरी तक चलेगा. इसमें दोनों सदनों में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर ‘धन्यवाद प्रस्ताव’ पर बहस होगी, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जवाब के साथ समाप्त होगी. विभिन्न मंत्रालयों की अनुदान मांगों पर चर्चा करने के लिए संसदीय समितियों के अवकाश के बाद संसद फिर से बुलाई जाएगी. दूसरा भाग 13 मार्च से शुरू होगा और 6 अप्रैल तक चलेगा.
धन विधेयक अनुदान की मांग पर चर्चा के बाद पारित किया जाता है और यह बजट प्रक्रिया की पराकाष्ठा का प्रतीक है.
मानसून सत्र के दौरान, संसद के दोनों सदनों द्वारा नौ विधेयक पारित किए गए.