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फैक्ट चेक: मलेशिया में आयोजित अंतिम संस्कार प्रबंधन पाठ्यक्रम का यह वीडियो गाजा में झूठी मौत का बता कर किया जा रहा है वायरल

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इजराइल-हमास में जंग को तीन हफ्ते से ज्यादा का समय हो गया है। हमास और इज़राइल के बीच संघर्ष में करीब दस हज़ार फ़िलिस्तीनी मारे जा चुके है। इनसब के बीच सोशल मीडिया पे एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें सफेद कफन में ढके शव जमीन पर पड़े देखे जा सकते हैं। वीडियो में कफन में से ढके हुए लेटे हुए एक व्यक्ति को अपनी आँखें खोलते हुए देखा जा सकता है। 8 सेकंड की क्लिप इस दावे के साथ वायरल किया जा रहा है कि फिलिस्तीनी गाजा में मरने वालों की संख्या बढ़ाने के लिए उनकी मौत का नाटक कर रहे हैं।

एक फेसबुक यूजर ने इसे शेयर करते हुए लिखा, “हमें यह बताते हुए खुशी हो रही है कि उसकी हालत अब जीवित हो गई है। झूठा और धोखेबाज- हमास-आईएसआईएस और अल-जज़ीरा उत्पादन”

फेसबुक के वायरल पोस्ट का लिंक यहाँ देखें

इसे फेसबुक और ट्विटर पर काफी शेयर किया गया।

फैक्ट चेक

न्यूज़मोबाइल की पड़ताल में हमने जाना कि वायरल दावा गलत है। दरअसल वीडियो एक इस्लामी अंतिम संस्कार प्रबंधन पाठ्यक्रम से जुड़ा है।

वायरल वीडियो के साथ शेयर हो रहे दावे की सच्चाई जानने के लिए हमने पड़ताल की। सबसे पहले हमने कीवर्ड सर्च टूल के माध्यम से खोजना शरू किया। खोज के दौरान हमें कई ट्वीट्स मिले जिसमे की वायरल दावे को गलत बताया गया है। एक यूजर @मरचफॉवर्ड ने कोट ट्वीट करते हुए बताया की वीडियो मलेशिया का है जहा शवों के प्रबंधन के बारे में सिखाया जा रहा है।

आगे पड़ताल में हमे इंस्टाग्राम पर वायरल हो रहा वीडियो मिला जिसे की अगस्त 2021 में साझा किया गया था। कैप्शन में लिखा है, “लाश के लिए एक उदाहरण के रूप में किसे चुना गया है, इसके लिए स्वत: पश्चाताप। 😣😭 जिन लोगों ने शव प्रबंधन पाठ्यक्रम में भाग लिया है उन्हें अनुभव अवश्य जानना चाहिए। उम्मीद है कि हमारा अंत अल्लाह SWT के पक्ष में अच्छा होगा।” आपको बता दें की हमास और इजराइल के बीच युद्ध 07 अक्टूबर को शुरू हुआ था। यानी की वायरल हो रहा वीडियो इस युद्ध से जुड़ा नहीं है।

 

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आपको बता दें की मलेशिया में ‘पेंगुरुसन जेनाज़ा’ शव प्रबंधन पर एक कोर्स है जहां बच्चों को सिखाया जाता है कि मृतकों का अंतिम संस्कार कैसे किया जाए और उन्हें सम्मान कैसे दिया जाए। कोर्स के दौरान, स्वयंसेवक (वालंटियर) शव की जगह लेते हैं और इमाम स्वयंसेवकों पर एक डेमो करके प्रक्रिया सिखाते हैं।

फिर हमने टिकटॉक पर @metjetak17 यूजर को खोजा और पाया कि उन्होंने यह वीडियो 19 अगस्त, 2023 को शेयर किया था और कैप्शन में मलेशिया के हैशटैग शामिल थे।

पड़ताल के दौरान मिले तथ्यों से हमें पता चला कि वायरल वीडियो हालिया दिनों नहीं। यह एक शव प्रबंधन पर एक कोर्स है जो की मलेशिया में आयोजित किया गया था जहां बच्चों को सिखाया जाता है कि मृतकों का अंतिम संस्कार कैसे किया जाए। इसका इजरायल-फलस्तीन के बीच चल रहे युद्ध से कोई लेना देना नहीं है।

 

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