फैक्ट चेक: बांग्लादेश में विरोध प्रदर्शन के दौरान छात्रों द्वारा पढ़ी गयी नमाज के इस वीडियो को भ्रामक दावे के साथ किया गया वायरल
सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में कुछ लोगों की भीड़ सड़क पर नमाज वाली मुद्रा में बैठे हुए दिखाई दे रहे हैं। इसके साथ ही कुछ लोग डंडे लेकर उनके आस-पास खड़े दिखाई दे रहे हैं। इसी वीडियो को सोशल मीडिया पर शेयर कर दावा किया जा रहा है कि बांग्लादेश में हिन्दू समुदाय के लोगों का जबरन धर्म परिवर्तन करवाया जा रहा है।
फेसबुक पर वायरल वीडियो शेयर कर हिंदी भाषा के कैप्शन में लिखा गया है कि “बांग्लादेश में हिंदुओं को बंधक बनाकर इस्लाम कबूल करवाते इस्लामी दानव”
फेसबुक के वायरल पोस्ट का आर्काइव लिंक यहाँ देखें।
फैक्ट चेक:
न्यूज़मोबाइल की पड़ताल में हमने जाना कि वायरल वीडियो भ्रामक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो की पड़ताल के लिए हमने पड़ताल की। सबसे पहले हमने वायरल वीडियो को कुछ कीफ्रेम्स में बदला और फिर गूगल पर रिवर्स इमेज सर्च टूल के माध्यम से खोजना शुरू किया। खोज के दौरान हमें वायरल वीडियो सबसे पहले MR 10 नामक यूट्यूब चैनल पर मिला। जिसे जुलाई 16, 2024 को बंगाली भाषा के कैप्शन के साथ अपलोड किया गया था।
कैप्शन- “বিভিন্ন জায়গায় আন্দোলনরত শিক্ষার্থীরা রাস্তায় নামাজ আদায় করতেছে,,” बंगाली भाषा के इस कैप्शन को समझने के लिए हमने गूगल ट्रांसलेटर की सहायता ली। इसके मुताबिक यहाँ लिखा गया था कि “प्रदर्शनकारी छात्र जगह-जगह सड़कों पर नमाज अदा कर रहे हैं” .
सटीक जानकारी के हमने यूट्यूब वीडियो के साथ दिए गए बंगाली भाषा के कैप्शन के माध्यम से गूगल पर खोजना शुरू किया। खोज के दौरान हमें बांग्लादेश मूमेंट्स नामक वेबसाइट पर वायरल वीडियो से संबंधित खबर मिली, जिसे जुलाई 16, 2024 को छापा गया था। यहाँ वायरल वीडियो से मेल खाती एक तस्वीर भी अपलोड की गयी है।
उपरोक्त प्राप्त वेबसाइट के मुताबिक कोटा में सुधार की मांग को लेकर छात्रों ने 16 जुलाई को ढाका के बसुंधरा गेट पर सड़क जाम कर प्रदर्शन किया। इस दौरान नमाज के समय उन्होंने वहां नमाज अदा की। साथ ही आसपास मौजूद छात्रों ने नारेबाजी और प्रदर्शन जारी रखा।
पड़ताल के दौरान उपरोक्त मिले तथ्यों से हमने जाना कि वायरल वीडियो भ्रामक दावे के साथ वायरल हो रहा है। वीडियो में किसी का धर्म परिवर्तन नहीं किया जा रहा है, बल्कि नए आरक्षण नियमों के विरोध में वहां प्रदर्शनरत छात्र नमाज अदा कर रहे थे।