फैक्ट चेक: पीएम मोदी की चार साल पुरानी यूएस यात्रा के वीडियो को हालिया दिनों का बताकर किया वायरल, जानें पूरा सच
पीएम मोदी की अमेरिकी राजकीय यात्रा को लेकर कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। इसी बीच एक वीडियो को शेयर करते हुए कहा जा रहा है कि उनकी इस यात्रा के दौरान हाल में मौजूद कुछ लोगों ने उन्हें अपशब्द कहते हुए नारे लगाए। बता दें वायरल वीडियो के ऑडियो में कुछ लोग पीछे से पंजाबी भाषा में पीएम मोदी को अपशब्द कहते हुए सुनाई दे रहे हैं।
फेसबुक यूजर लिखते हैं जो अमेरिका में हुआ है मोदी जी के साथ, हम इसकी कड़ी निंदा करते हैं, मोदी जी चाहे जैसे भी हैं पर हमारे देश के प्रधानमंत्री हैं मुझे वीडियो देखने के बाद बहुत गुस्सा आया प्रधानमंत्री के लिए इतनी गाली।
फेसबुक के वायरल पोस्ट का लिंक यहाँ देखें।
फैक्ट चेक:
न्यूज़मोबाइल की पड़ताल में हमने जाना कि वायरल वीडियो हालिया दिनों का नहीं बल्कि चार साल पुराना है।
क्या पीएम मोदी की हालिया यूएस विजिट पर लोगों ने उन्हें अपशब्द कहते हुए नारे लगाए, इसका सच पता करने के लिए हमने वीडियो के एक कीफ्रेम को गूगल रिवर्स सर्च किया। इस दौरान हमें Sanatani Thakur नामक ट्विटर हैंडल द्वारा सितंबर 24, 2021 को किया गया एक ट्वीट मिला।जहां उन्होंने वायरल वीडियो को ही पोस्ट किया हुआ था।
This is America.. Kamala aunty is applying ice and libes are applying burnol 😂🤣
Bharat Mata ki Jai pic.twitter.com/MO0i0zk6k2— Sanatani Thakur 🇮🇳 (@SanggitaT) September 24, 2021
उपरोक्त ट्विटर पर प्राप्त वीडियो में वायरल वीडियो वाला ऑडियो नहीं था। यहाँ वायरल वीडियो वाले ऑडियो की जगह ‘भारत माता की जय’ के नारे सुनाई दे रहे हैं। इससे हमने जाना कि वायरल वीडियो वाला ऑडियो एडिटेड है।
पुष्टि के लिए हमने गूगल पर और बारीकी से खोजना शुरू किया। इस दौरान हमें पीएम मोदी के यूट्यूब चैनल पर 22 सितम्बर 2019 को अपलोड किया गया एक वीडियो मिला। इस पूरे वीडियो को देखने पर पता चला कि इसमें वायरल क्लिप मौजूद है। वीडियो उस समय का है, जब अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प थे और उन्होंने मोदी के स्वागत के लिए ह्यूस्टन में एक कार्यक्रम का आयोजन किया था।
कुछ अन्य कीवर्ड्स की मदद से खोजने पर हमें abp के यूट्यूब पर साल 2019 में अपलोड हुआ एक वीडियो मिला। इस वीडियो में भी वायरल वीडियो को देखा जा सकता है।
इस तरह हमारी पड़ताल से यह साबित हो जाता है कि पीएम मोदी का यह वीडियो साल 2019 का है, जिसे उनके हालिया अमेरिकी दौरे का बताकर भ्रामक दावा वायरल किया जा रहा है।