देश में महिलाओं की पुरुषों के साथ बराबर भागीदारी के लिए हर कोई ज्ञान तो देता है लेकिन इसे असल ज़िन्दगी में अमल लाने के लिए बहुत ही कम लोग कदम उठाते है। बयानबाज़ी और सच्चाई से कोसो दूर इस स्थिति को बदलने ले लिए अब जोमाटो एक नयी पहल के साथ सामने आया है । दरअसल ऑनलाइन खाना पहुंचाने की सेवा देने वाले प्लेटफॉर्म जोमैटो ने शुक्रवार को कहा कि वह अपनी डिलीवरी सेवा में महिलाओं की संख्या को साल के अंत तक बढ़ाकर 10 प्रतिशत कर देगी। यह काम कंपनी के कार्यस्थल पर समावेशी पहल का हिस्सा है। जोमैटो के संस्थापक दीपिंदर गोयल ने अपनी वेबसाइट पर एक ब्लॉग में कहा कि मौजूदा समय में उसके डिलीवरी पार्टनर्स में से केवल 0.5 प्रतिशत ही महिलाएं है जिसे बढ़ाकर अब 10 प्रतिशत तक किया जायेगा।
उन्होंने लिखा, ‘‘आज, हम अपने दस्ते में महिला वितरण भागीदारों की हिस्सेदारी बढ़ाने की दिशा में अपना पहला कदम उठा रहे हैं। शुरुआत में, हमने बेंगलुरु, हैदराबाद और पुणे से शुरू कर वर्ष 2021 के अंत तक 10 प्रतिशत भागीदारी तक पहुंचने का लक्ष्य निर्धारित किया है।’’ यह कहते हुए कि ज़ोमैटो का हमेशा ‘‘अधिक समावेशी कार्यस्थल होने’’ का प्रयास रहा है, उन्होंने कहा, ‘‘अब तक, हमारी समावेशी कार्यस्थल संबंधी पहलों ने इस तथ्य पर ध्यान नहीं दिया है कि हमारे डिलीवरी भागीदारों में से केवल 0.5 प्रतिशत महिलाएं हैं।’’
Starting today, we are making it our goal to increase women delivery partner participation in our fleet. Currently, there are less than ~0.5% women delivery partners in our fleet and this needs to change.
Here’s what we plan to do about it: https://t.co/NKOJXUw1r4 pic.twitter.com/f1jJoUIOin
— Deepinder Goyal (@deepigoyal) June 25, 2021
इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए इन 4 बिन्दुओ पर काम करेगी जोमाटो।
तीन पायलट शहरों में 10 प्रतिशत महिलाओं की भागीदारी के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए, कंपनी सुरक्षा से संबंधित शिक्षा और उपकरणों तक पहुंच की चार प्रमुख बिंदुओं पर काम कर रही है।
जिसमें कांटेक्ट लेस डिलीवरी, रेस्तरां पार्टनर्स, एसओएस बटन और डेडिकेटेड सपोर्ट शामिल है। जोमाटो के संस्थापक दीपिंदर गोयल का कहना है कि “हम अपनी ऑनबोर्डिंग प्रक्रिया में आत्मरक्षा प्रशिक्षण जोड़ रहे हैं, जो सभी महिला डिलीवरी पार्टनर्स के लिए अनिवार्य होगा यानी कंपल्सरी है। उन्होंने आगे कहा – हमारे प्राथमिक चिकित्सा किट के अलावा, सभी महिला डिलीवरी पार्टनर हैंडी हाईजीन और सुरक्षा किट से लेस होंगे। सुरक्षा को प्राथमिकता देने के लिए हम देर शाम की डिलीवरी को डिफ़ॉल्ट रूप से कांटेक्ट लेस बना देंगे।”
भविष्य में इस कम्युनिटी को डिलीवरी बॉय के रूप में नहीं करेंगे जनरलाइज्ड – गोयल।
उन्होंने कंपनी द्वारा इस बड़े एलान के बाद आशा के साथ कहा कि उम्मीद है, निकट भविष्य में, लोग इस कम्युनिटी को डिलीवरी बॉय के रूप में जनरलाइज्ड नहीं करेंगे और उन्हें देखेंगे कि वे वास्तव में क्या हैं डिलीवरी पार्टनर।
Hopefully, in the near future, people won't generalize this community as 'delivery boys' and see them for what they truly are – delivery partners.
— Deepinder Goyal (@deepigoyal) June 25, 2021