खुल गया जगन्नाथ मंदिर का खजाना, 46 साल बाद खोला गया रत्न भंडार, बाहुड़ा यात्रा का आयोजन आज
ओडिशा के पुरी में 12वीं शताब्दी में बने जगन्नाथ मंदिर का खजाना रविवार (14 जुलाई) दोपहर शुभ मुहूर्त पर खोला गया। पूरे 46 साल बाद पुरी के जगन्नाथ मंदिर के रत्न भंडार का गेट खोला गया। वहीं इस दौरान सरकार के प्रतिनिधि समेत 11 लोग मौजूद रहे। खजाना खोलने से पहले पुरी प्रशासन ने खास तरह के 6 बड़े-बड़े बॉक्स मंगवाए थे। इसी के साथ ही पुरी में भारी संख्या में सुरक्षाबलों की तैनाती की गई थी।
#WATCH पुरी, ओडिशा: जगन्नाथ मंदिर के रत्न भंडार को फिर से खोला गया है। मंदिर के सामने सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। pic.twitter.com/FdQQbNcOrC
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 14, 2024
मंदिर के रत्न भंडार का दरवाजा कल दोपहर खोलने पर भंडार गृह में सरकार के प्रतिनिधि, ASI के अधिकारी, श्री गजपति महाराज के प्रतिनिधि और 4 सेवादारों समेत 11 लोग मौजूद रहे। पुरी मंदिर के मुख्य प्रशासक अरविंद पाढ़ी ने बताया कि आउटर रत्न भंडार का सामान लकड़ी के 6 बक्सों में शिफ्ट करके सील कर दिया गया है, लेकिन इनर रत्न भंडार का सामान शिफ्ट नहीं किया जा सका। अब यह काम बहुडा यात्रा और सुना वेशा के बाद किया जाएगा।
गौरतलब है कि ओडिशा के पुरी में आज यानी सोमवार को बाहुड़ा यात्रा आयोजित होगी। यह यात्रा भगवान जगन्नाथ और उनके भाई-बहनों, देवी सुभद्रा और भगवान बलभद्र के नौ दिवसीय प्रवास के अंत का प्रतीक है। देवता श्री गुंडिचा मंदिर से भक्तों द्वारा खींचे गए तीन अलग-अलग रथों में श्री मंदिर लौट आएंगे। बता दें कि बहुड़ा यात्रा से पहले पुरी में सुरक्षा बढ़ा दी गई।
वहीं बाहुड़ा यात्रा को लेकर ओडिशा एडीजी (कानून एवं व्यवस्था) संजय कुमार ने कहा, “भगवान के आशीर्वाद से हमारी सारी व्यवस्थाएं दुरुस्त हैं। पुलिस बल, पुलिसकर्मी, अधिकारी सभी ने अपनी-अपनी पोजीशन ले ली है। मंगलारती चल रही है। थोड़ी देर में यात्रा शुरू हो जाएगी…सीसीटीवी, फोर्स डिप्लॉयमेंट, ट्रैफिक क्लीयरेंस, भीड़ नियंत्रण और क्वाड्रेंट कंट्रोल जैसी सभी व्यवस्थाएं हैं, हमने इसकी जांच कर ली है। हमने रिहर्सल भी की है इसलिए आज हमें किसी समस्या की आशंका नहीं है…वहां 180 प्लाटून फोर्स तैनात की गई है। यहां सशस्त्र पुलिस बल तैनात किया गया है। RAF की तीन कंपनियों के अलावा सीआरपीएफ की दो कंपनियों को तैनात किया गया है…”