भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने राज्य के मुख्यमंत्री और विधानसभा अध्यक्ष के व्यवहार को ‘अस्वीकार्य’ बताते हुए इसकी आलोचना की और सोमवार को विधानसभा में विश्वासमत कराये जाने की मांग की.
कर्नाटक की राजनीतिक स्थिति पर एएनआई से बात करते हुए, संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने सोमवार को कहा, “हम अपनी मांग (फ्लोर टेस्ट की) पर दृढ़ हैं. विधानसभा अध्यक्ष और मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी का व्यवहार अस्वीकार्य है.”
केंद्रीय मंत्री ने इस मुद्दे पर जांच कराने के स्पीकर के रुख पर भी सवाल उठाया और कहा, “जब विधायकों ने व्यक्तिगत रूप से स्पीकर को अपना इस्तीफा सौंप दिया है, तो वह क्या जांच चाहते हैं?”
कांग्रेस विधायक दल की बैठक आज से शुरू होने वाले इस सप्ताह के विधानसभा सत्र से पहले ताज विवांता में शुरू हो चुकी है.
इस बीच, भाजपा विधायकों ने राज्य विधानसभा तक पहुंचने के लिए बसों और छोटे वाहनों में अपने होटल छोड़ दिए.
पार्टी ने आज विधानसभा में कांग्रेस-जद (एस) सरकार को बहुमत साबित करने के लिए सीएम एचडी कुमारस्वामी से मांग की है. राज्य में विपक्षी दल भाजपा ने जोर देकर कहा कि गठबंधन बहुमत गंवा चुका है और मांग की कि मुख्यमंत्री कुमारस्वामी तत्काल इस्तीफा दें या सोमवार को विश्वास मत हासिल करें.
कुमारस्वामी ने शुक्रवार को विधानसभा अध्यक्ष को बताया कि वह चल रहे सत्र के दौरान विश्वास मत हासिल करने या अविश्वास प्रस्ताव का सामना करने के लिए तैयार हैं.
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कर्नाटक में 13 महीने की गठबंधन सरकार कई कांग्रेस और जद (एस) के विधायकों के सदन की सदस्यता से इस्तीफे के बाद संकट में पड़ गई है.
कांग्रेस पार्टी भाजपा पर कर्नाटक में गठबंधन सरकार को गिराने की साजिश रचने का आरोप लगाती रही है.
कर्नाटक में राजनीतिक गतिरोध के लिए एक मोड़ पर, शीर्ष अदालत ने 12 जुलाई को कांग्रेस और जद (एस) के 10 असंतुष्ट विधायकों द्वारा दायर याचिका पर 16 जुलाई तक यथास्थिति बनाये रखने का आदेश दिया था, जो विधानसभा अध्यक्ष द्वारा इस्तीफा स्वीकार करने के लिए निर्देश देने की मांग से संबंधित था.