भारत पाकिस्तान के बीच चल रहे तनाव और ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम देने के बाद आज पहली बार देश के प्रधानमंत्री ने राष्ट्र को संबोधित किया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “हम सभी ने बीते दिनों में देश का सामर्थ्य और उसका संयम दोनों देखा है. मैं सबसे पहले भारत की पराक्रमी सेनाओं को सशस्त्र बलों, हमारी खुफिया एजेंसियों, हमारे वैज्ञानिकों को हर भारत वासी की ओर से सलाम करता हूं.”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकवादियों ने जो बर्बरता दिखाई थी उसने देश, दुनिया को झकझोर दिया था. छुट्टियां मना रहे निर्दोष नागरिकों को धर्म पूछकर उनके परिवार, उनके बच्चों के सामने बेरहमी से मार डाला यह आतंक का बहुत विभत्स चेहरा था, क्रूरता थी. यह देश के सद्भाव को तोड़ने की घिनौनी कोशिश भी थी. मेरे लिए व्यक्तिगत रूप से यह पीड़ा बहुत बड़ी थी. इस आतंकी हमले के बाद पूरा देश, हर राजनीतिक दल, एक स्वर में आतंक के खिलाफ उठ खड़ा हुआ है. हमने आतंकवादियों को मिट्टी में मिलाने के लिए भारत की सेनाओं को पूरी छूट दे दी है. आज हर आतंकी, आतंक का हर संगठन जान चुका है कि हमारी बहनों, बेटियों के माथे से सिंदूर हटाने का अंजाम क्या होता है.”
जानें अपने संबोधन में पीएम ने क्या कहा
- “भारत की इस कार्रवाई से पाकिस्तान घोर निराशा में घिर गया था. पाकिस्तान बौखला गया था और इसी बौखलाहट में उसने एक और दुस्साहस किया. आतंक पर भारत की कार्रवाई का साथ देने के बजाय पाकिस्तान ने भारत पर ही हमला करना शुरू कर दिया. पाकिस्तान ने हमारे स्कूल, कॉलेज, गुरुद्वारों, मंदिरों और सामान्य नागरिकों के घरों को निशाना बनाया. उन्होंने हमारे सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया. इसमें पाकिस्तान खुद बेनकाब हो गया. दुनिया ने देखा कि कैसे पाकिस्तान के ड्रोन्स और मिसाइलें भारत के सामने तिनके की तरह बिखर गई थी. भारत के सशक्त एयर डिफेंस सिस्टम ने उन्हें आसमान में ही नष्ट कर दिया. पाकिस्तान की तैयारी सीमा पर वार की थी लेकिन भारत ने पाकिस्तान के सीने पर वार कर दिया.”
- “…जब पाकिस्तान में आतंक के अड्डों पर भारत की मिसाइलों, ड्रोन ने हमला हमला बोला तो आतंकी संगठनों की इमारतें ही नहीं उनका हौसला भी थर्रा गया. बहावलपुर और मुरीदके जैसे आतंकी ठिकाने एक प्रकार से ग्लोबल आतंक की युनिवर्सिटी रही है. दुनिया में कहीं पर भी जो बड़े आतंकी हमले हुए हैं उन सब के तार कहीं न कहीं आतंक के इन्हीं ठिकानों से जुड़े हैं. चाहे 9/11 हो या भारत में दशकों से जो बड़े-बड़े आतंकी हमले हुए हैं उन सबके तार कहीं न कहीं आतंक के इन्हीं ठिकानों से जुड़े हैं. आतंकियों ने हमारी बहनों का सिंदूर उजाड़ा था इसलिए भारत ने आतंक के ये हेडक्वार्टर उजाड़ दिए. भारत के इन हमलों में 100 से अधिक आतंकवादियों को मौत के घाट उतारा गया.”
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “हमारे वीर सैनिकों ने ऑपरेशन सिंदूर के लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए असीम शौर्य का प्रदर्शन किया. मैं उनकी वीरता, साहस और पराक्रम को देश की हर माता, बहन और बेटी को समर्पित करता हूं.”
- “ऑपरेशन सिंदूर न्याय की अखंड प्रतिज्ञा है. 6 मई की देर रात, 7 मई की सुबह पूरी दुनिया ने इस प्रतिज्ञा को परिणाम में बदलते देखा है. भारत की सेनाओं ने पाकिस्तान में आतंक के ठिकानों, उनके ट्रेनिंग सेंटर पर सटीक प्रहार किया. आतंकियों ने सपने में भी नहीं सोचा होगा कि भारत इतना बड़ा फैसला ले सकता है लेकिन जब देश एकजुट होता है, राष्ट्र प्रथम की भावना से भरा होता है तो फौलादी फैसले लिए जाते हैं, परिणाम लाकर दिखाए जाते हैं…”
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