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फैक्ट चेक: क्या धर्म विशेष के पिता ने अपनी बेटी से और माँ ने अपने बेटे से रचाई शादी, जाने पूरा सच

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फैक्ट चेक: क्या धर्म विशेष के पिता ने अपनी बेटी से और माँ ने अपने बेटे से रचाई शादी, जाने पूरा सच

 

सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हो रही है, वायरल तस्वीर के दो हिस्से हैं। एक हिस्से एक अधेड़ उम्र के शख्स को गले में माला डाल कर एक जवान युवती के साथ खड़े हुए देखा जा सकता। वहीं तस्वीर के दूसरे हिस्से में एक महिला को गले में माला डाल एक छोटे उम्र के लड़के के साथ खड़े हुए देखा जा सकता है, बता दें इस लड़के ने भी गले में माला डाल रखी है। इंटरनेट पर इसी तस्वीर को शेयर का दावा किया जा रहा कि एक विशेष समुदाय के व्यक्ति ने अपनी बेटी से शादी रचा ली थी तो गुस्से में आकर उस व्यक्ति की पत्नी ने अपने ही सगे बेटे से शादी रचा ली।

फेसबुक पर इस तस्वीर को शेयर कर कैप्शन में लिखा गया है कि “अब्बू ने बेटी के साथ निकाह कर लिया तो गुस्से में आकर माँ ने अपने बेटे से शादी कर ली”

 

 

फेसबुक का लिंक यहाँ देखें।

फैक्ट चेक 

न्यूज़मोबाइल की पड़ताल में पता चला कि वायरल तस्वीर भ्रामक दावे के साथ शेयर की जा रही है।

वायरल तस्वीर के साथ शेयर हो रहे दावे की सत्यता जानने के लिए हमने पड़ताल की। सबसे पहले हमने तस्वीरों को गूगल पर रिवर्स इमेज सर्च टूल के माध्यम से खोजना शुरू किया। खोज के दौरान हमने जाना कि वायरल तस्वीर का एक हिस्सा पिछले वर्ष भी वायरल उक्त दावे के साथ शेयर किया जा चुका है। पिछले वर्ष के वायरल पोस्ट का लिंक नीचे देखें।

उपरोक्त प्राप्त पोस्ट से पता चला कि वायरल तस्वीर पिछले साल भी उक्त दावे के साथ शेयर की जा चुकी है, इसलिए तस्वीर की सटीक जानकारी प्राप्त करने के लिए हमने गूगल पर बारीकी से तथ्यों को खोजना शुरू किया। जिसके बाद हमें वायरल तस्वीर का एक हिस्सा फेसबुक पर सितंबर 23, 2018 को किए गए एक पोस्ट में उर्दू भाषा के कैप्शन के साथ मिली।

ट्रांसलेशन करने पर पता चला कि कि कैप्शन में लिखा जानकारी दी गयी है कि पिता और पुत्री ने क़ुरान का पाठ एक साथ पूरा किया। पोस्ट में जानकारी दी  गयी थी कि पिता और पुत्री ने एक साथ क़ुरान का पाठ पूरा कर Hafiz-ul-Quran बन गए।  इसी को लेकर यह तस्वीर शेयर की गयी थी।

 

इसके बाद हमने वायरल तस्वीर के दूसरे हिस्से को भी रिवर्स इमेज टूल के माध्यम से खोजना शुरू किया। खोज के दौरान हमें फिर से वायरल तस्वीर एक फेसबुक पोस्ट पर ही उर्दू भाषा के कैप्शन में मिली।  बता दें फेसबुक पर भी यह पोस्ट 04 फ़रवरी साल 2020 को अपलोड किया गया था। फेसबुक पोस्ट का लिंक यहाँ देखें।

 

पोस्ट में दिए गए कैप्शन को ट्रांसलेट करने पर हमें पता चला कि वायरल तस्वीर में दिख रहे लोग माँ-बेटे ही हैं। लेकिन इन्होने शादी नहीं की बल्कि माँ ने अपने बेटे द्वारा ‘ख़त्म उल क़ुरान’ यानी कुरान शरीफ का पाठ पूरा करने पर यह तस्वीर पोस्ट की थी।

 

पड़ताल के दौरान उपरोक्त मिले तथ्यों से पता चला कि वायरल तस्वीर भ्रामक दावे के साथ शेयर की जा रही है। वायरल तस्वीर के एक हिस्से में दोनों पति-पत्नी नहीं बल्कि पिता-पुत्री हैं, जिन्होंने साथ में क़ुरान का पाठ ख़त्म किया था। जबकि, तस्वीर के दूसरे हिस्से में दिख रहे युवक और महिला, मां-बेटे ही है लेकिन माँ ने अपने बेटे से निकाह नहीं किया बल्कि बेटे द्वारा ‘ख़त्म उल क़ुरान’ यानी कुरान शरीफ का पाठ पूरा किया जाने पर यह तस्वीर पोस्ट की है बता दें कि ख़त्म उल क़ुरान यानी पूरी क़ुरान पढ़कर ख़त्म करना।