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वर्ल्ड एथेलेटिक डे आज, यहाँ जानें, भारत के कुछ शीर्ष एथलेटिक्स अकादमी के बारे में

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वर्ल्ड एथेलेटिक डे आज, यहाँ जानें, भारत के कुछ शीर्ष एथलेटिक्स अकादमी के बारे में

विश्व में हर साल सात मई को विश्व एथलेटिक्स दिवस के रूप मनाया जाता है। साल 1996 में पहली बार इसकी शुरुआत हुई थी। अंतर्राष्ट्रीय एमेच्योर एथलेटिक महासंघ ने इसकी शुरुआत की थी। इसी दिन इंटरनेशनल एसोसिएशन ऑफ एथलेटिक्स फेडरेशन की स्थापना की गई थी। इस दिन, स्कूलों और कॉलेजों में कई अलग-अलग प्रतियोगिताओं और टूर्नामेंटों का आयोजन किया जाता है।

इस दिन को मनाये जाने का उद्देश्य है लोगों में फिटनेस और एथलेटिक्स खेलों के प्रति जागरूकता बढ़ाना है। युवाओं को खेलों के महत्व के बारे में समझाना और स्कूलों व संस्थानों में एथलेटिक्स को प्राथमिक खेल के रूप में बढ़ावा देने के उद्देश्य से ये दिन मनाया जाता है।

विश्व एथलेटिक्स दिवस पर स्कूलों, कॉलेजों और विभिन्न अन्य संस्थानों में दौड़, शॉट पुट जैसे कई एथलेटिक खेल आयोजित किए जाते हैं, जिसमें ताकत और सहनशक्ति की आवश्यकता होती है। ये सारे आयोजन इंटरनेशनल एसोसिएशन ऑफ एथलेटिक्स फेडरेशन की तरफ से कराए जाते हैं। इस महासंघ का मानना है कि शारीरिक गतिविधि को बढ़ावा देने के लिए स्कूल सबसे अच्छी जगह है।

ऐसे में आईये जानते हैं भारत के कुछ सर्वश्रेष्ठ एथलेटिक्स अकादमियों के बारे में जहां एक खेल और एथलेटिक्स में रूचि रखने वाला छात्र परिक्षण लेने के लिए भर्ती ले सकता है।

भारत के शीर्ष एथलेटिक्स अकादमियां 

 

आर्मी स्पोर्ट्स इंस्टीट्यूट, पुणे

भारतीय सेना के ‘मिशन ओलंपिक कार्यक्रम’ के तहत 1 जुलाई 2001 को इस आर्मी स्पोर्ट्स इंस्टीट्यूट (ASI) की स्थापना की गयी थी।

यहाँ तीरंदाजी, एथलेटिक्स, मुक्केबाजी, डाइविंग, रेसलिंग, फेंसिंग और वेटलिफ्टिंग सहित सात ओलंपिक खेलों के लिए शानदार सेंटर है, जहां एथलीटों को विदेशी और भारतीय कोचों, फिजिकल कंडीशनर, स्पोर्ट्स मेडिसिन स्पेशलिस्ट, फिजियोलॉजी, मनोविज्ञान के विशेषज्ञों की एक टीम की देखरेख में ट्रेनिंग करवाई जाती है।

स्टार बॉक्सर मैरी कॉम, लवलीना बोरगोहेन और अन्य भारतीय मुक्केबाजों ने टोक्यो ओलंपिक में जाने से पहले एएसआई पुणे में प्रशिक्षण लिया था।

इंस्पायर इंस्टीट्यूट ऑफ स्पोर्ट्स, बल्लारी

कर्नाटक के विजयनगर में 42 एकड़ में फैला, इंस्पायर इंस्टीट्यूट ऑफ स्पोर्ट (IIS) भारत के ओलंपिक एथलीटों का घर माना जाता है। यह देश का पहला प्राइवेट-फंडेड हाई परफॉर्मेंस ट्रेनिंग सेंटर है। रेसलिंग, बॉक्सिंग, जूडो, एथलेटिक्स और स्विमिंग सहित पांच ओलंपिक डिसिप्लिन के एथलीट अंतरराष्ट्रीय स्तर के बुनियादी ढांचे, कोचिंग और खेल विज्ञान का लाभ यहां उठा सकते हैं।

IIS 2019 जूनियर एशियन चैंपियन प्रवीण मलिक जैसे कुछ युवा पहलवानों और 2019 एशियन कांस्य पदक विजेता निकहत ज़रीन सहित मुक्केबाजों का यह एक तरह से घर है।

अंजू बॉबी जॉर्ज स्पोर्ट्स फाउंडेशन, बेंगलुरु

पूर्व भारतीय लांग जंपर अंजू बॉबी जॉर्ज द्वारा इस इंस्टिट्यूट का संचालन का किया जाता है, इसमें उनके पति रॉबर्ट बॉबी जॉर्ज मुख्य कोच की भूमिका निभाते हैं। वर्ल्ड क्लास सुविधाओं और बुनियादी ढांचे के साथ एथलीटों को व्यक्तिगत प्रशिक्षण और कोचिंग पर इस फाउंडेशन का पूरा ध्यान रहता है। इसके अलावा यहां जमीनी स्तर पर भी खिलाड़ियों की प्रतिभा पहचानने का काम होता है।

साथ ही यहां वूमेंस एथलीट्स पर भी पूरा ध्यान दिया जाता है, खासकर जो खिलाड़ी ग्रामीण भारत से आती हैं। यूथ अंडर-18 वर्ल्ड नंबर 1 लांग जम्पर शैली सिंह ने इसी एकेडमी की बदौलत अपने करियर में मुकाम हासिल किया है।

उषा स्कूल ऑफ एथलेटिक्स, कोझीकोड

कोझीकोड के पास कोयिलैंडी में उषा स्कूल ऑफ एथलेटिक्स ओलंपियन पीटी उषा द्वारा संचालित एकेडमी है। 30 एकड़ में फैली अत्याधुनिक सुविधाओं के साथ ये एकेडमी एथलीट्स को वो हर संभव सुविधा प्रदान करती है, जिसकी उन्हें जरुरत पड़ती है।

फिलहाल, स्कूल में केवल लड़कियां ही रहती और ट्रेनिंग करती हैं, पीटी उषा उनका मार्गदर्शन करती हैं। महान हर्डलर एडविन मोसेस भी इस प्रोजेक्ट्स से जुड़े हुए हैं। मध्य दूरी के धावक टिंटू लुका और जेसी जोसेफ ने उषा स्कूल ऑफ एथलेटिक्स से ट्रेनिंग लेकर अपना नाम दुनिया में रोशन किया है।

नेताजी सुभाष नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ स्पोर्ट्स, पटियाला

एशिया का सबसे बड़ा खेल संस्थान पटियाला में जिसे नेताजी सुभाष नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ स्पोर्ट्स यानी NSI के नाम से भी जाना जाता है। यहां से ऐसे कोच निकले हैं, जिन्होंने विभिन्न अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के लिए राष्ट्रीय टीमों को तैयार करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।

यह संस्थान 268 एकड़ में फैला हुआ है और इसमें जिम, स्विमिंग पूल, इनडोर हॉल, साइकिलिंग वेलोड्रोम, स्क्वैश कोर्ट, हॉकी फील्ड (घास और सिंथेटिक), एथलेटिक ट्रैक (सिंडर और सिंथेटिक) और आउटडोर कोर्ट जैसे सुविधाएं हैं। यहां नियमित रूप से राष्ट्रीय एथलेटिक्स चैंपियनशिप का भी आयोजन किया जाता है।

स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया, बेंगलुरु

बेंगलुरु में स्थित स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया का सेंटर ओलंपिक जैसी बड़ी अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं से पहले एथलीटों को प्रशिक्षण देने का काम करता है। सालों से, SAI बेंगलुरु में उच्च क्षमता वाले कोच तैयार होते रहे हैं और यहां उनकी क्षमता और ज्ञान को समृद्ध करने के लिए पूरा ध्यान भी दिया जाता है। SAI बेंगलुरु में इंडोर और आउटडोर दोनों ही सुविधाएं हैं। इसके अलावा सिंथेटिक ट्रैक, हॉकी टर्फ, स्विमिंग पूल, टेनिस क्ले कोर्ट, 9 होल गोल्फ कोर्स, कबड्डी मैट और कंडीशनिंग हॉल की सुविधा भी उपलब्ध है।

टोक्यो ओलंपिक कांस्य विजेता पुरुष हॉकी टीम और महिला हॉकी टीम जापान रवाना होने से पहले बेंगलुरु के SAI में ही ट्रेनिंग ले रही थी।