भारत के उपराष्ट्रपति तथा राज्य सभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने गुरुवार सुबह उप राष्ट्रपति निवास पर लोक सभा के अध्यक्ष ओम बिरला से भेंट की। मुलाकात के दौरान उन्होंने देश में व्याप्त कोविड 19 संक्रमण की स्थिति, इस महामारी के विरुद्ध अभियान में संसद सदस्यों द्वारा निभाई जा रही सक्रिय भूमिका तथा संसदीय समितियों की बैठक कराए जाने की संभावना पर विचार विमर्श किया।
दोनों पीठासीन अधिकारियों ने सांसदों द्वारा शुरू किए गए कल्याणकारी कार्यक्रमों तथा सरकार एवम् समाजसेवी संगठनों द्वारा चलाए जा रहे अनेक मानवीय कार्यक्रमों में भी सांसदों द्वारा सक्रिय सहयोग दिए जाने पर संतोष व्यक्त किया। उन्होंने संतोष व्यक्त किया कि आपदा की इस घड़ी में जब लोगों को उनके जन प्रतिनिधियों की सर्वाधिक आवश्यकता है, सांसद गण अपने क्षेत्रों में अपने लोगों के बीच हैं।
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नायडू तथा बिरला ने वर्तमान स्थिति में यात्राओं पर लगे प्रतिबंधों को देखते हुए विभिन्न संसदीय समितियों की बैठकें कराए जाने संभावना पर भी विचार विमर्श किया। उनका विचार था कि यदि ऐसी स्थिति में निकट भविष्य में भी, यदि समितियों की परंपरागत पद्धति से बैठके कराया जाना संभव न हो, तो किसी वैकल्पिक व्यवस्था की संभावनाएं खोजी जानी चाहिए।
उन्होंने दोनों सदनों के महासचिवों को निर्देश दिया कि दोनों सदनों के वर्तमान नियमों, वर्चुअल बैठकें कराए जाने संदर्भ में अन्य देशों के अनुभवों, उनके द्वारा विकसित प्रथाओं और प्रणालियों तथा इसके लिए आवश्यक एक सुरक्षित टेक्नोलॉजी की उपलब्धता, ऐसी टेक्नोलॉजी को प्राप्त करने में लगने वाले संभावित समय, आदि मुद्दों का अध्ययन कर, वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से स्थाई समितियों की बैठकें कराए जाने के संभावित परिणामों की समीक्षा करें।
दोनों सदनों के महासचिवों द्वारा किया गया यह अध्ययन, दोनों सदनों के पीठासीन अधिकारियों द्वारा इस विषय पर भविष्य के लिए सुविचारित निर्णय लेने में आधार प्रदान करेगा।