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मानसून सत्र: विपक्ष के हंगामे के चलते लोकसभा की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित

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नई दिल्ली: विपक्ष के हंगामे के चलते लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते ही दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया है. मानसून सत्र के पांचवे दिन लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही शुरू हुई. इस दौरान दोनों सदनों में विपक्ष की नारेबाजी जमकर चल रही है. जिसके बाद लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते ही दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई.

 

20 जुलाई से शुरू संसद में इन दिनों मानसून सत्र चल रहा है. हालांकि सत्र अब तक मणिपुर हिंसा मामले में हंगामे की भेंट चढ़ता आया है. इस बीच बीते दिन विपक्ष की ओर से लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव लाया गया, जिसे स्पीकर ओम बिरला से स्वीकार कर लिया. स्पीकर ओम बिरला ने अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा करने के लिए मंजूरी दे दी है.

 

गौरतलब है कि आज संसद की कार्यवाही के दौरान लोकसभा अध्यक्ष सभी दलों के प्रमुख नेताओं के साथ बैठकर यह तय करेंगे कि अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा किस दिन की जाए.

 

वहीं आज संसद की कार्यवाही शुरू होने से पहले विपक्ष ने अपने इरादे स्पष्ट कर दिए. कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने मीडिया से बात करते हुए कहा, हमारी मांग थी कि प्रधानमंत्री खुद आकर बोले. पता नहीं क्यों प्रधानमंत्री नहीं बोल रहे हैं. हमें मजबूरन अविश्वास प्रस्ताव लाना पड़ा. ये हमारी मजबूरी है. हम जानते हैं कि इससे सरकार नहीं गिरेगी, पर हमारे पास कोई चारा नहीं है. देश के प्रधानमंत्री देश के सामने आकर मणिपुर पर कोई वार्ता करें.

 

संसद में चल रहे गतिरोध पर सपा नेता राम गोपाल यादव ने कहा, कोई विरोध प्रदर्शन नहीं होगा…हर कोई काले कपड़े पहनेगा या अपनी बांह पर काला कपड़ा बांधेगा…हम चिंतित हैं क्योंकि मणिपुर की सीमा म्यांमार से लगती है, जहां सैन्य शासन है और आतंकवादियों को पनाह देता है.

 

संसद में अविश्वास प्रताव दाखिल करने वाले कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने पीएम पर सवाल उठाते हुए कहा, प्रधानमंत्री मणिपुर के लोगों के घाव पर नमक छिड़क रहे हैं. जिस समय हम बोल रहे हैं कि वे मणिपुर जाकर देश की व्यवस्था संभाले, राष्ट्रहित में काम करें उस समय वे यहां भाषण दे रहे हैं. पहली बार हमें ऐसा PM मिला है, जो देश के एक हिस्से में आग लगने के बावजूद अपने भाषण में मग्न हैं…यह काला कपड़ा PM मोदी के अहंकार के खिलाफ है.

 

भाजपा की ओर से बचाव में उतरे केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने मीडिया से बात करते हुए कहा, उस दिन प्रधानमंत्री ने कहा था कि 2023 में आप अविश्वास प्रस्ताव लाइए, वे तैयारी करके आए पर उसमें भी विविधता है. कांग्रेस पार्टी ने बिना किसी विपक्षी पार्टी से बातचीत किए अविश्वास प्रस्ताव दिया है…अविश्वास प्रस्ताव लाने से और काले कपड़े पहनने से कुछ नहीं होगा, बाद में काला पहनकर ही घूमना पड़ेगा. हमारे गृह मंत्री 3 दिन के लिए मणिपुर गए थे.

 

केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने भी विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा, विपक्ष का काम है विरोध करना, वे करें. देश बहुत तेज़ी से तरक्की कर रहा है लेकिन उन्हें यह पसंद नहीं आ रहा. वे कुछ भी करें उससे कोई फर्क नहीं पड़ेगा क्योंकि प्रधानमंत्री मोदी की सोच बहुत आगे की है. PM ने 2047 तक विकसित भारत बनाने का सपना देखा है, क्या वे इसे रोकना चाहते हैं?