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भारत सरकार का बड़ा एलान, देशी लड़ाकू विमान तेजस लेगा वायु सेना में मिराज और जगुआर की जगह

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भारत सरकार का बड़ा एलान, देशी लड़ाकू विमान तेजस लेगा वायु सेना में मिराज और जगुआर की जगह

पीएम नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (CCS) ने देशी लड़ाकू विमान तेजस की सफलता को देखते हुए बड़ा फैसला लिया है। बुधवार को कैबिनेट कमेटी आन सिक्योरिटी ने तेजस मार्क-2 को प्रोटोटाइप, उड़ान परीक्षण और प्रमाणन के साथ 6,500 करोड़ रुपये से अधिक के मूल्य के साथ विकसित करने की मेगा प्रोजेक्ट को मंजूरी दे दी, साथ ही इसके लिए पहले ही 2,500 करोड़ रुपये स्वीकृत किए जा चुके हैं। अब यह विमान मिराज 2000, जगुआर और भारतीय वायु सेना में मिग-29 लड़ाकू विमान की जगह लेगा।

एलसीए मार्क 2 लड़ाकू विमान विकास परियोजना को सरकार ने मंजूरी दे दी है। इससे डिजाइनरों के लिए एक उन्नत 17.5 टन एकल इंजन विमान विकसित करने का रास्ता खुल गया है। एयरोनाटिकल डेवलपमेंट एजेंसी (ADA) प्रमुख गिरीश देवधरे ने समाचार एजेंसी एएनआइ को प्रोजेक्ट के बारे में बताते हुए कहा कि नए विमानों का विकास 2027 तक पूरा किया जाएगा।

कब तक पूरा होगा मेगा प्रोजेक्ट

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, “सुपरक्रूज क्षमताओं के अलावा स्टील्थ फीचर्स के साथ पांचवें जनरेशन के बेहतर मध्यम लड़ाकू विमान (एएमसीए) के निर्माण के लिए 15,000 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजना के लिए सीसीएस मंजूरी मिल गई है, और अगले कुछ महीनों के भीतर इस पर काम शुरू हो जाएगा.” इसके अतिरिक्त 98 किलोन्यूटन थ्रस्ट क्लास में अधिक प्रभावी जीई-414 इंजन के साथ, तेजस मार्क-2 में मौजूदा तेजस मार्क-1 (जीई-404 इंजन) की तुलना में एक विस्तारित लड़ाई रेंज और हथियार रखने की बड़ी क्षमता विकसित की जा सकती है। जबकि लंबे समय से विलंबित चल रहे तेजस मार्क-1 (13.5 टन वजन) को पुराने मिग-21 को बदलने के लिए डिजाइन किया गया था तो मार्क-2 वेरिएंट (17.5 टन) भारतीय वायुसेना का लड़ाकू बेड़े में मिराज-2000, जगुआर और मिग-29 की तरह ही लड़ाकू विमानों की जगह लेगा। एयरोनाटिकल डेवलपमेंट एजेंसी (ADA) प्रमुख गिरीश देवधरे ने समाचार एजेंसी एएनआइ को प्रोजेक्ट के बारे में बताते हुए कहा कि नए विमानों का विकास 2027 तक पूरा किया जाएगा।