प्रवासी मज़दूरो, बच्चों, महिलाओं और पुरुषों को उत्तर प्रदेश के बरेली लौटने पर अनोखे तरीके से सैनिटाइज किया गया. यह चौका देने वाला वीडियो सोमवार को सामने आया जिसमे दिल्ली, हरियाणा, नोएडा से आए सैकड़ों मज़दूरों और बच्चों को ज़मीन पर बैठा कर उनके ऊपर डिसइंफेक्टेंट (निस्संक्रामक) का छिड़काव किया गया.
वीडियो के सामने आने के बाद विवाद खड़ा हो गया है। जिला प्रशासन ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी गयी है.
बरैली के जिला मजिस्ट्रेट नीतीश कुमार ने कहा कि प्रवासी मज़दूरो दिल्ली से बरेली में सैटेलाइट बस टर्मिनल में आए थे, जहां बरेली नगर निगम और फायर ब्रिगेड की टीमों ने उनपर सोडियम हाइपोक्लोराइट (Sodium Hypochlorite) के साथ मिश्रित पानी का छिड़काव किया गया, जिसका उपयोग सतह को साफ़ करने, ब्लीचिंग, गंध हटाने और पानी कीटाणुशोधन के लिए बड़े पैमाने पर किया जाता है।
उन्होंने ट्वीट किया, “इस वीडियो की पड़ताल की गई, प्रभावित लोगों का सीएमओ के निर्देशन में उपचार किया जा रहा है. बरेली नगर निगम एवं फायर ब्रिगेड की टीम को बसों को सैनेटाइज़ करने के निर्देश थे, पर अति सक्रियता के चलते उन्होंने ऐसा कर दिया. सम्बंधित के विरुद्ध कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं.”
उन्होंने एक दूसरे ट्वीट में कहा, “हालांकि मास सैनिटाइजेशन का यह तरीका दुनिया के कई देशों में अपनाया जा रहा है। इसे करते वक्त और सावधानी बरती जानी चाहिए थी और सुरक्षा का ध्यान रखना चाहिए था जिससे लोगों को परेशानी महसूस नहीं होती।”
विपक्ष ने भी वीडियो को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार पर निशाना साधा।
यूपी सरकार से गुजारिश है कि हम सब मिलकर इस आपदा के खिलाफ लड़ रहे हैं लेकिन कृपा करके ऐसे अमानवीय काम मत करिए।
मजदूरों ने पहले से ही बहुत दुख झेल लिए हैं। उनको केमिकल डाल कर इस तरह नहलाइए मत। इससे उनका बचाव नहीं होगा बल्कि उनकी सेहत के लिए और खतरे पैदा हो जाएंगे। pic.twitter.com/ftovaFHR5q
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) March 30, 2020
1. देश में जारी जबर्दस्त लाॅकडाउन के दौरान जनउपेक्षा व जुल्म-ज्यादती की अनेकों तस्वीरें मीडिया में आम हैं परन्तु प्रवासी मजदूरों पर यूपी के बरेली में कीटनााशक दवा का छिड़काव करके उन्हें दण्डित करना क्रूरता व अमानीवयता है जिसकी जितनी भी निन्दा की जाए कम है। सरकार तुरन्त ध्यान दे।
— Mayawati (@Mayawati) March 30, 2020
यात्रियों पर सेनिटाइज़ेशन के लिए किए गए केमिकल छिड़काव से उठे कुछ सवाल:
– क्या इसके लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन के निर्देश हैं?
– केमिकल से हो रही जलन का क्या इलाज है?
– भीगे लोगों के कपड़े बदलने की क्या व्यवस्था है?
– साथ में भीगे खाने के सामान की क्या वैकल्पिक व्यवस्था है? pic.twitter.com/Wgqh8Ntkky— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) March 30, 2020