Hindi Newsportal

अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत भारत के 508 रेलवे स्टेशनों की पुनर्विकास की योजना, पीएम मोदी ने किया ऐलान

0 625

अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत भारत के 508 रेलवे स्टेशनों की पुनर्विकास की योजना, पीएम मोदी ने किया ऐलान

 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज यानी रविवार को अमृत भारत स्टेशन योजना का ऐलान किया। इसके तहत भारत में करीब 508 स्टेशनों की सूरत बदलेगी यानी इन सभी स्टेशनों का पुनर्विकास किया जाएगा।  प्रधानमंत्री मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इस योजना की शुरुआत की और भारत में 508 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास की आधारशिला रखी।

इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि विकसित होने के लक्ष्य की तरफ कदम बढ़ा रहा भारत अपने अमृत काल के प्रारंभ में है। नई ऊर्जा, प्ररेणा, संकल्प है। भारतीय रेल के इतिहास में भी एक नए अध्याय की शुरूआत हो रही है। भारत के करीब 1300 प्रमुख रेलवे स्टेशन अब अमृत भारत रेलवे स्टेशन के तौर पर विकसित किए जाएंगे और उनका पुनर्विकास आधुनिकता के साथ होगा।

उन्होंने कहा कि इससे देश के सभी राज्यों को लाभ मिलेगा। उत्तर प्रदेश में करीब 4500 करोड़ रुपए के खर्च से 55 अमृत स्टेशन को विकिसत किया जाएगा। राजस्थान के भी 55 रेलवे स्टेशन अमृत रेलवे स्टेशन बनेंगे… मैं रेल मंत्रालय की सराहना करता हूं और देशवासियों को बधाई देता हूं।

प्रधानमंत्री बोले कि रेलवे में जितना काम हुआ है वह हर किसी को प्रसन्न और हैरान करती है। दुनिया में दक्षिण अफ्रीफा, यूक्रेन, पोलैंड, यूके और स्वीडन जैसे देशों में जितना रेल नेटवर्क है उससे अधिक रेल ट्रैक हमारे देश में इन 9 वर्षों में बिछाए गए हैं। साउथ कोरिया, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में कुल जितना रेल ट्रैक है उससे अधिक रेल ट्रैक भारत में अकेले पिछले साल बनाए हैं।

उन्होंने कहा कि रेलवे में जिस तरह से काम हुआ है, किसी भी प्रधानमंत्री का मन करेगा कि (वह) इनका जिक्र 15 अगस्त को लाल किले से करे। जब 15 अगस्त सामने है तो मन बहुत लालायित होता है कि उसी दिन इसकी चर्चा करूं। आज यह इतना विराट आयोजन हो रहा है कि देशे के कोने-कोने से लोग जुड़ें हैं कि मैं अभी इस बात पर इतने विस्तार से चर्चा कर रहा हूं।

उन्होने बताया कुई 2030 तक भारत एक ऐसा देश होगा जिसकी रेलवे नेट ज़ीरो उत्सर्जन पर चलेगी। इस दौरान उन्होंने विपक्ष पर भी हमला बोलते हुए कहा कि आज भी विपक्ष का एक धड़ा पूराने धरे पर चल रहा है। वह आज भी ना खुद कुछ करेंगे ना करने देंगे। सरकार ने संसद की नई इमारत बनवाई, कर्तव्य पथ का विकास किया लेकिन विपक्ष ने इसका भी विरोध किया। हमने वॉर मेमोरियल बनाया उसका भी विपक्ष ने विरोध किया। सरदार वल्लभ भाई के मुर्ती को लेकर विरोध किया। इनका (विपक्ष) एक भी नेता स्टैच्यू ऑफ यूनिटी पर नहीं गया।