तिब्बत में भूकंप के लगातार झटकों ने भारी तबाही मचाई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, इस आपदा में अब तक 120 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और सैकड़ों लोग बेघर हो गए हैं। तिब्बत के शिजांग क्षेत्र में 9 घंटे के भीतर करीब 150 बार भूकंप के झटके महसूस किए गए।
भूकंप की तीव्रता और केंद्र
चीन के भूकंप विभाग के अनुसार, भूकंप की तीव्रता काफी ज्यादा थी, जिससे क्षेत्र में भारी नुकसान हुआ। झटकों का केंद्र माउंट एवरेस्ट के पास बताया जा रहा है। भूकंप का सबसे ज्यादा असर शिजांग क्षेत्र के गांवों और कस्बों में हुआ है, जहां घर ढह गए और कई सड़कें टूट गईं।
भारी नुकसान और राहत कार्य
भूकंप के कारण पूरे क्षेत्र में इमारतों को नुकसान हुआ है, और लोग घर छोड़कर खुले में रहने को मजबूर हैं। सैकड़ों लोग अब बेघर हो चुके हैं। आपदा राहत टीमों ने मौके पर पहुंचकर बचाव और राहत कार्य शुरू कर दिया है। घायलों को स्थानीय अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
चीनी प्रशासन की प्रतिक्रिया
चीनी प्रशासन ने भूकंप प्रभावित क्षेत्रों में आपातकालीन सेवाएं शुरू की हैं। राहत कार्यों के लिए विशेष टीमों को तैनात किया गया है। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सरकार ने प्रभावित लोगों को अस्थायी शिविरों में स्थानांतरित करना शुरू कर दिया है और आवश्यक सामग्री जैसे भोजन, पानी, और कंबल वितरित किए जा रहे हैं।
प्राकृतिक आपदा या अन्य कारण?
विशेषज्ञों के अनुसार, तिब्बत क्षेत्र में भूकंप आना आम बात है क्योंकि यह क्षेत्र भौगोलिक रूप से संवेदनशील है। हालांकि, कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि इस क्षेत्र में चीन द्वारा किए जा रहे निर्माण कार्यों और पर्यावरणीय असंतुलन ने भी इस तबाही में भूमिका निभाई हो सकती है।
आर्थिक और सामाजिक प्रभाव
इस विनाशकारी भूकंप से न केवल जानमाल का नुकसान हुआ है, बल्कि यह तिब्बत की अर्थव्यवस्था और समाज पर गहरा असर डालेगा। बेघर हुए लोग और प्रभावित समुदायों के पुनर्वास में लंबा समय लग सकता है।