चुनावी मौसम की बढ़ती सरगर्मियों के बीच, बीजेपी सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने शुक्रवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधने के लिए उनका कैम्ब्रिज सर्टिफिकेट ट्वीट पर लोगों के साथ साझा किया.
अपने तत्कालीन चुनावी हलफनामे के अनुसार, राहुल गांधी ने 1995 में कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय के ट्रिनिटी कॉलेज से विकासात्मक अर्थशास्त्र में डिग्री हासिल है, लेकिन विकास अध्ययन विभाग द्वारा जारी किया गया प्रमाण पत्र एक अलग ही तस्वीर पेश करता है.
Thanks to Aashish Shetty for uploading Raul Vinci certificate of failure. If Buddhu did MPhil why not publish his thesis? There is none because like all Nehrus he too failed.
— Subramanian Swamy (@Swamy39) April 12, 2019
सुब्रमण्यम स्वामी ने पहले दावा किया था कि राहुल गांधी के पास चार पासपोर्ट थे, उनमें से एक पर उनका नाम राउल विंसी लिखा हुआ था. उन्होंने यह भी दावा किया था कि राउल विंसी को एमफिल की डिग्री नहीं मिली है क्योंकि वे अर्थशास्त्र के पर्चा पास नहीं कर पाए थे.
Buddhu’s Cambridge Certificate says his name is Raul Vinci and he read MPhil and failed in National Economic Planning & Policy pic.twitter.com/22kBHSRbcR
— Subramanian Swamy (@Swamy39) April 12, 2019
शुक्रवार को, स्वामी ने एक ट्वीट पोस्ट किया, जिसमें दावा किया गया कि यह राहुल गांधी का कैम्ब्रिज प्रमाण पत्र है. उन्होंने लिखा: “बुद्धू का कैम्ब्रिज प्रमाणपत्र कहता है कि उनका नाम राउल विंसी है और वह एमफिल में राष्ट्रीय आर्थिक योजना और नीति के विषयों में विफल रहा है.”
प्रमाण पत्र के अनुसार, राहुल गांधी ने विकासात्मक अध्ययन के पाठ्यक्रम में दाखिला लिया ना कि विकास अर्थशास्त्र में जैसा कि शपथपत्र में दावा किया गया है. विकासात्मक अर्थशास्त्र वास्तव में पाठ्यक्रम में केवल एक विषय था.
राहुल गांधी के दावे के विपरीत, उन्होंने 2004-05 में पाठ्यक्रम में दाखिला लिया था ना कि 1994-95 में. उन्हें कॉलेज में “राउल विंसी” के नकली नाम से दाखिला दिया गया था, जो कथित तौर पर वीवीआईपी छात्रों के लिए यूके में एक आम बात है.
पाठ्यक्रम में उनका कार्यकाल बहुत सफल नहीं रहा क्योंकि वे 58 प्रतिशत अंक प्राप्त करके राष्ट्रीय आर्थिक योजना और नीति में असफल रहे, वहीं पास होने के लिए 60 % अंकों की आवश्यकता थी. कुल मिलाकर वह 62.8 प्रतिशत अंकों के साथ मुश्किल से पास होने में कामयाब रहे थे.
वित्त मंत्री, अरुण जेटली ने भी ट्वीट किया, “आखिरकार, उन्हें (राहुल गांधी) एमफिल बिना मास्टर्स डिग्री के मिल गयी.”
One day the focus would be on the BJP candidate’s educational qualification, fully forgetting that a public audit of Rahul Gandhi’s academic credentials may leave a lot to be answered. Afterall, he got an M.Phil without a Masters degree.
— Chowkidar Arun Jaitley (@arunjaitley) April 13, 2019
ये पहली बार नहीं है जब सुब्रमण्यम स्वामी ने गांधी परिवार की शैक्षिण योग्यता पर सवाल उठाए हैं. इससे पहले सन 2001 में उन्होंने सोनिया गांधी की डिग्री को लेकर भी सवाल उठाया था.
ALSO READ: राजनाथ का कांग्रेस पर वार, कहा,” बीजेपी बनाएगी राजद्रोह कानून को और भी…
कांग्रेस भी प्रतिक्रिया में भाजपा की केंद्र मंत्री स्मृति ईरानी की शैक्षिण योग्यता पर सवाल उठा चुकी है. 2004 में लोक सभा चुनाव में प्रत्याशी रही स्मृति ईरानी ने अपने शपथ पत्र में अपनी योग्यता बीए पास लिखी थी, लेकिन अभी हाल ही में स्मृति ईरानी ने चुनाव आयोग के सामने यह कबूल किया है की उन्हें सनातक की डिग्री हासिल नहीं है.