अमेरिका – चीन में अब विवाद बढ़ता ही जा रहा है। दरअसल अमेरिका के ह्यूस्टन शहर में स्थित चीनी वाणिज्य दूतावास को अमेरिका के आदेश के बाद आधिकारिक तौर पर बंद कर दिया गया जसके बाद जवाबी कार्यवाही करते हुए चीन ने दक्षिण पश्चिम चीन में अमेरिका के एक वाणिज्य दूतावास को बंद करने का आदेश दे दिया।
निर्देशानुसार दक्षिण पश्चिम चीन में अमेरिका के एक वाणिज्य दूतावास से अमेरिका के झंडे को उतार दिया गया है. अमेरिकी अधिकारियों ने चीन सरकार के आदेश के अनुसार चेंगदू वाणिज्य दूतावास परिसर को खाली कर दिया है.
अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि दूतावास ने सोमवार सुबह 10 बजे संचालन निलंबित कर दिया. उसने चीन के फैसले पर निराशा जतायी और कहा कि अमेरिका अपने अन्य मिशन के जरिए क्षेत्र तक अपनी पहुंच बनाए रखने की कोशिश करेगा.
#BREAKING: The US Consulate General in Chengdu closed at 10am BJT, confirmed by Chinese Foreign Ministry on Monday. The American flag in the consulate has been taken down this morning. pic.twitter.com/e5OCrUrzuN
— ZouYue (@ZouYueTweets) July 27, 2020
ये भी पढ़े : चीन से विवाद पर राहुल गांधी का चौथा वीडियो, कहा- सच बोलूंगा भले बर्बाद हो जाए राजनीतिक करियर
सोमवार को चीनी मीडिया में दिखाई एक झलक में झंडे को धीमे-धीमे नीचे करते दिखाया गया। गौरतलब है कि दोनों देशों ने एक-दूसरे पर राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं। बता दे कि चेंगदू दूतावास को बंद करने का निर्णय चीन ने अमरीका के ह्यूस्टन में उसके दूतावास को बंद करने के बाद लिया है।
बता दे कि पुलिस ने वाणिज्य दूतावास के चारों ओर के इलाके में दो से तीन ब्लॉक बंद कर दिए हैं, जिसके कारण अब इस परिसर को देखा नहीं जा सकता. वाहनों को कई पुलिस लाइनों के पीछे कुछ दूरी से चलते देखा गया.
चेंगदू में अमेरिका दूतावास से अमेरिका के झंडे को नीचे करने के बाद दूतावास के बाहर चीनी लोगों ने आतिशबाज़ी कर जमकर खुशिया भी मनाई।
#Chengdu The sound of firecrackers was an expression of joy at the departure of the U.S. Consulate in Chengdu. pic.twitter.com/ckavanIfp1
— BoFan (@zhubofan21) July 24, 2020
दोनों देशों ने एक दुसरे पर लगाए जासूसी के आरोप।
चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स का आरोप है कि अमरीका इस दूतावास के जरिए तिब्बत क्षेत्र में हस्ताक्षेप कर रहा है। उसका आरोप है कि अमरीका ने लंबे समय से चीन के जातीय और धार्मिक मामलों में दखल भी दी है। अमरीका ने चेंगदू में अपने वाणिज्य दूतावास के जरिए चीन को केवल और केवल भारी नुकसान पहुंचाने का काम किया है। चीन का ये भी आरोप है कि यह दूतावास तिब्बत और दक्षिण-पश्चिम चीन के अन्य क्षेत्रों में गुप्त सूचनाओं को एकत्र कर रहा था।