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मणिपुर में महिलाओं के साथ हुई हैवानियत के मामले में चार आरोपी गिरफ्तार, संसद में उठा मुद्दा, मचा बवाल

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मणिपुर में महिलाओं के साथ हुई हैवानियत के मामले में चार आरोपी गिरफ्तार, संसद में उठा मुद्दा, मचा बवाल

 

मणिपुर में महिलाओं के साथ हुई दरिंदगी का वीडियो इन दिनों देश की चर्चा का विषय बन गया है। देश की सड़कों से लेकर संसद तक अब इस मामले की चर्चा जोर शोर से हो रही है। मामला सुर्ख़ियों में आने के बाद बाद कल इस मामले के मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया था। वहीं  मामले में चार अन्य लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

इससे पहले मामले के मुख्य आरोपी हुइरेम हेरोदास मेइतेई को गिरफ्तार कर लिया गया था, जबकि पुलिस ने अन्य को पकड़ने के लिए तलाशी अभियान चलाया था। बतातें चलें कि मणिपुर में कुकी समुदाय की दो महिलाओं के साथ हुए यौन उत्पीड़न की एक वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर फैल गई थी। जिसके बाद केंद्र सरकार ने गुरुवार को बड़ा कदम उठाते हुए मणिपुर में महिलाओं पर बर्बरता के वीडियो को सोशल मीडिया पर शेयर करने पर रोक लगा दी।

बता दें कि इस मामले का शोर अब देश की संसद में हो रहा है। अलग-अलग विपक्षी दल इस मामले को लेकर अपनी अपनी प्रतक्रिया दे रहे हैं। विपक्षी दलों का कहना कि इस मामले में मणिपुर के मुख्यमंत्री को स्तीफा देना चाहिए वहीं मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लागू किया जाना चाहिए।

कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी में इस मामले पर कहा कि मणिपुर में पिछले 77 दिन से अराजकता का माहौल बना हुआ है। अगर ये कहा जाए कि वहां पर सरकार और प्रशासन नाम की कोई चीज नहीं है तो ये गलत बात नहीं है। मानसून सत्र मैं पीएम मोदी का ये दायित्व होना चाहिए कि इस विषय पर वो सदन के समक्ष बोले। सवाल ये है कि पिछले 78 दिन मणिपुर में जो हो रहा है उसका जिम्मेदार कौन हैं? इसलिए विपक्ष ने काम रोको प्रस्ताव के तहत मांग की है कि दोनों सदनों में इस विषय पर चर्चा होनी चाहिए। हमारी मांग है कि पीएम सदन के बाहर बोल सकते हैं तो सदन के अंदर क्यों नहीं बोल सकते?

वहीं लोकसभा में आज मणिपुर के हालात पर बोलते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि मणिपुर की घटना निश्चित तौर पर बेहद गंभीर है और इसकी गंभीरता को समझते हुए खुद प्रधानमंत्री मोदी ने कहा है कि मणिपुर में जो हुआ उसने पूरे देश को शर्मसार कर दिया है। PM ने कहा है कि घटना पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। हम मणिपुर पर संसद में चर्चा चाहते हैं। मैंने यह सर्वदलीय बैठक में भी कहा था और मैं इसे संसद में दोहराता हूं कि हम मणिपुर पर सदन में चर्चा चाहते हैं। लेकिन मैं देख रहा हूं कि कुछ राजनीतिक दल हैं जो अनावश्यक रूप से यहां ऐसी स्थिति पैदा करना चाहते हैं ताकि मणिपुर पर चर्चा ही ना हो सके।

कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि मणिपुर की घटना की चर्चा देश और दुनिया के हर कोने में हो रहा है इसलिए हमने पीएम मोदी और सत्तारूढ़ पार्टी से सदन में इस घटना पर चर्चा करने का अनुरोध किया था लेकिन हमें ये देखने को मिलता है कि सदन की शुरुआत में ही पीएम मोदी ने इस घटना पर सदन के बाहर बयान दिया। ये सदन के अंदर बोलते तो हैं कि वे चर्चा के लिए तैयार हैं लेकिन हम सदन के अंदर क्या बोलना चाहते हैं वे हमें ये मौका नहीं देते हैं।

केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने मीडिया से बातचीत में कहा कि विपक्ष बार-बार अपना विचार बदल रहा है। सरकार मणिपुर पर चर्चा करने के लिए तैयार है। मैं विपक्ष से अनुरोध करता हूं कि ये बहुत संवेदनशील मुद्दा है और इस पर राजनीति नहीं करनी चाहिए। ये महिलाओं के सम्मान से जुड़ा हुआ मुद्दा भी है।