फैक्ट चेक: कथवाचक मुरारी बापू द्वारा पीर हजरत शाह बुखारी की कब्र पर चादर चढ़ाने वाली सालों पुरानी तस्वीर को हालिया दिनों का बताकर किया वायरल, जानें पूरा सच
सोशल मीडिया पर कथवाचक मुरारी बापू की एक तस्वीर खूब वायरल है। तस्वीर को शेयर करके दावा किया जा रहा है कि हाल ही में वे अजमेर शरीफ पहुंचे और चादर चढ़ाया। फेसबुक यूजर लिखते हैं कि ‘ सूनी हो चुकी अजमेर शरीफ दरगाह पर पुनः रौनक लौट आने हेतु चादर चढ़ा कर मन्नत मांगने पहुंचे कथित संत मुरारी बापू अब इनका क्या किया जाए ये आपको तय करना है।‘
फेसबुक के वायरल पोस्ट का लिंक यहाँ देखें।
फैक्ट चेक:
न्यूज़मोबाइल की पड़ताल में हमने जाना कि वायरल तस्वीर हालिया दिनों नहीं बल्कि सालों पुरानी है। पूरा सच जानने के लिए नीचे पढ़ें
कथावाचक मुरारी बापू की इस वायरल तस्वीर का सच पता करने के लिए हमने इसे गूगल रिवर्स किया। इस दौरान हमें यह तस्वीर एक ट्वीट पोस्ट में प्राप्त हुई। मई 2021 को शेयर किए गए एक ट्वीट में इस तस्वीर को सांप्रदायिक एंगल के साथ शेयर करते हुए कहा गया है कि वे किसी मजार पर पहुंचे थे।
ये महोदय चादर ओढ़े हुए किसी मजार पर चादर चढाने जा रहे हैं इनका नाम मेरे जिह्वा पर है,
पर याद नहीं आ रहा है ऐसा लगता है कि इनको कभी टीवी📺 पर देखा 👀है!
हिंदुओं सावधान#नारी_विरोधी_गहलोत_सरकार pic.twitter.com/9uw0pzBph3— पवन पाण्डेय( राष्ट्रवादी ) (@Pandey_1991VS) May 28, 2021
कुछ कीवर्ड की सहायता से गूगल सर्च करने पर हमें एक फेसबुक यूजर का एक पोस्ट मिला। इस पोस्ट को साल 2013 में शेयर किया गया है और इसके साथ वायरल तस्वीर भी मौजूद है। पोस्ट को शेयर करते हुए बताया गया है कि मुरारी बापू पीर हजरत शाह बुखारी की कब्र पर चादर चढ़ाने मुंद्रा पहुंचे थे।
बता दें कि गूगल सर्च करने पर पता चला कि मुंद्रा गुजरात राज्य में है, जबकि अजमेर शरीफ की दरगाह राजस्थान में है।
इस प्रकार हमारी पड़ताल में यह साफ हो गया कि कथावाचक मुरारी बापू की करीब 10 साल पुरानी तस्वीर को गलत दावे की साथ शेयर किया गया है। उनकी यह तस्वीर गुजरात की है, राजस्थान के अजमेर की नहीं।