केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मणिपुर में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा के लिए बुलाई उच्च स्तरीय बैठक
देश के पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर हिंसा के मामले को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह मणिपुर में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा के लिए आज एक उच्च स्तरीय बैठक की बैठक बुलाई जिसकी उन्होंने अध्यक्षता की। बैठक में केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला, खुफिया ब्यूरो प्रमुख तपन डेका, सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे, सेना प्रमुख (पदनाम) लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी, GOC थ्री कोर एच.एस. साही, मणिपुर के सुरक्षा सलाहकार कुलदीप सिंह, मणिपुर के मुख्य सचिव विनीत जोशी, मणिपुर के DGP राजीव सिंह और असम राइफल्स के DG प्रदीप चंद्रन नायर बैठक में शामिल हुए।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मणिपुर में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की।
केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला, खुफिया ब्यूरो प्रमुख तपन डेका, सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे, सेना प्रमुख (पदनाम) लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी, GOC थ्री कोर एच.एस.… https://t.co/NHbZzEwyAu
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 17, 2024
मणिपुर की राज्यपाल अनुसूइया उइके ने रविवार को यहां शाह से मुलाकात की थी और समझा जाता है कि दोनों ने राज्य के मौजूदा हालात पर चर्चा की। कहा जा रहा है कि आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के बयान के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह एक्टिव हो गए हैं। बता दें कि बीते दिनों आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने मणिपुर हिंसा को लेकर बयान दिया था। बता दें कि मणिपुर में एक साल से ज्यादा समय से जातीय हिंसा का माहौल है।
जिसके बाद आज यानी 17 जून को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह मणिपुर में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा के लिए उच्च स्तरीय बैठक बुलाई है। अधिकारियों ने बताया कि केंद्र और राज्य सरकारों के साथ-साथ अन्य सुरक्षा बलों के वरिष्ठ अधिकारी इस संबंध में एक उच्च-स्तरीय बैठक की। बहुसंख्यक मेइती समुदाय की अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने की मांग के विरोध में राज्य के पहाड़ी जिलों में आदिवासी एकजुटता मार्च के बाद 3 मई, 2023 को मणिपुर में जातीय हिंसा भड़क उठी थी. तब से जारी हिंसा में कुकी और मेइती समुदायों तथा सुरक्षा बलों के 220 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं.