पटना: बिहार में राजनितिक सियासत इस वक्त बेहद चर्चा में हैं क्योंकि बिहार के मुख्यमंत्री और जनता दल (यूनाइटेड) के अध्यक्ष नीतीश कुमार के एक बार फिर बीजेपी के नेतृत्व वाली एनडीए में शामिल होने की अटकलें काफी प्रबल होती दिख रही है. अटकलें लगाई जा रही हैं कि नीतीश कुमार जल्द ही एक बार फिर बीजेपी के समर्थन से सातवीं बार बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगे.
बिहार के सत्तारूढ़ महागठबंधन में उथल-पुथल की अटकलों के बीच विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी ने शनिवार को सांसदों और राज्य विधानमंडल के सदस्यों की एक बैठक बुलाई है. भाजपा की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष सम्राट चौधरी से उन अटकलों के बारे में पूछा गया कि क्या भाजपा जनता दल (यूनाइटेड) के साथ फिर से गठबंधन करने के लिए तैयार है, उन्होंने कहा, “हमारे स्तर पर ऐसी किसी बात पर चर्चा नहीं हुई है.”
बिहार में वर्तमान राजनीतिक स्थिति पर RJD नेता मृत्युंजय तिवारी ने कहा, “…सब कुछ ठीक है. संशय, असमंजस की स्थिति बहुत जल्द खत्म हो जाएगी…आगे जो भी परिस्थिति उत्पन्न होगी उसका सामना करने के लिए हमारी पार्टी तैयार है…”
बिहार में वर्तमान राजनीतिक स्थिति पर राजद सांसद मनोज कुमार झा ने कहा, “…मैं तो इसे अफवाह ही मानूंगा…जो संशय की स्थिति है वो संशय असहज कर रहा है और इस असहजता को दूर करने का निदान सिर्फ मुख्यमंत्री नीतीश कुमाीर के पास है… बिहार पूरे देश में अच्छे कारणों से चर्चा का विषय है. मुझे इसमें कोई दरार नहीं दिखती….अंतत: इस ‘महागठबंधन’ के मुखिया नीतीश कुमार हैं…इसकी बुनियाद उन्होंने, लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव ने मिलकर रखी थी…”