Hindi Newsportal

राहुल गांधी होंगे नेता प्रतिपक्ष, CWC की बैठक में पारित हुआ प्रस्ताव

0 474
राहुल गांधी होंगे नेता प्रतिपक्ष, CWC की बैठक में पारित हुआ प्रस्ताव

 

लोकसभा चुनाव के नतीजों की घोषणा के बाद शुक्रवार को भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन ने नरेंद्र मोदी को अपना नेता चुना है। जिसके बाद मनोनीत पीएम मोदी ने राष्ट्रपति से मिलकर केंद्र में सरकार बनाने का दावा पेश किया था। वहीं इसके बाद अब लोकसभा में विपक्ष के नेता यानी नेता प्रतिपक्ष की नियुक्ति को लेकर कवायद शुरू हो गयी है। ऐसे में आज यानि शनिवार को CWC की बैठक में कोंग्रस नेता राहुल गांधी को नेता प्रतिपक्ष के तौर पर चुने जाने की मुहर लग सकती है।

प्राप्त जानकारी के मुताबिक कांग्रेस कार्यसमिति (CWC) के सदस्यों ने प्रस्ताव पारित किया है कि राहुल गांधी को लोकसभा में पार्टी का नेता नियुक्त किया जाना चाहिए।

राहुल गांधी होंगे नेता प्रतिपक्ष 

CWC बैठक के बाद मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जितेंद्र ‘जीतू’ पटवारी ने कहा, “पूरे देश का एक-एक कार्यकर्ता राहुल गांधी को चाहता है।  वहीं कांग्रेस की विजयी उम्मीदवार कुमारी शैलजा ने कहा, “सबकी इच्छा थी कि राहुल गांधी नेता प्रतिपक्ष बने। इसमें सभी की सहमति थी।”

नवनिर्वाचित कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने कहा, “देश का जो जनादेश आया है उसमें भाजपा को संख्या बल भले मिला हो लेकिन नैतिक बल देशवासियों ने विपक्ष को देने का काम किया है। देश की भावना आज विपक्ष के साथ है। इसके लिए कांग्रेस का नेतृत्व विशेष रूप से बधाई का पात्र है। राहुल गांधी ने जिस रूप से निर्भीकता से हर वर्ग की लड़ाई लड़ी मैं समझता हूं वे बधाई के पात्र हैं। हम सबने आग्रह किया कि राहुल गांधी नेता विपक्ष की जिम्मेदारी लें…।”

कांग्रेस की CWC बैठक के बाद पार्टी नेता के.सी. वेणुगोपाल ने कहा, “…अब कांग्रेस पार्टी का पुनरुद्धार शुरू हो गया है…यह CWC की भावना है…उन्होंने कहा कि “CWC (कांग्रेस कार्यसमिति) ने सर्वसम्मति से राहुल गांधी से लोकसभा में विपक्ष के नेता का पद संभालने का अनुरोध किया…राहुल गांधी संसद के अंदर इस अभियान का नेतृत्व करने के लिए सबसे उपयुक्त व्यक्ति हैं।”

कौन होता है नेता प्रतिपक्ष 

विपक्ष में बैठने वाले नेता को नेता प्रतिपक्ष कहते हैं। बता दें कि लोकसभा में  नेता प्रतिपक्ष का रोल वही निभा सकता है जिस दल के पास सदन की कुल सीटों का 10 फीसदी सीट होता है। उसी दल के एक सांसद को सहमति से विपक्ष का नेता चुना जाता है। बता दें कि अगर विपक्ष के किसी भी दल के पास कुल सीटों का 10 फीसदी नहीं है तो उस स्थिति में सदन में कोई भी विपक्ष का नेता नहीं हो सकता है। गौरतलब है कि इससे पहले 16 वीं और 17 वीं लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने बहुमत हासिल किया था और विपक्ष के पास इतनी सीटें भी नहीं थी कि कोई नेता प्रतिपक्ष बने।

क्या होता है नेता प्रतिपक्ष का रोल 

नेता प्रतिपक्ष हाउस बिजनेस एडवाइजरी कमेटी का हिस्सा होता है। इतना ही नहीं ये एक पैनल के रूप में कार्य करता है। जो कुछ प्रमुख पदाधिकारियों का चयन करता है। इसके अलावा उनकी भूमिका में प्रधानमंत्री और लोकसभा अध्यक्ष के साथ उसकी करीबी और नियमित बातचीत शामिल होती है।