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फैक्ट चेक: दो महिलाओं के साथ आपत्तिजनक हालत में पकड़े गए इस शख्स का वीडियो भारत का नहीं, जानें पूरा सच

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फैक्ट चेक: दो महिलाओं के साथ आपत्तिजनक हालत में पकड़ा गया यह शख्स हिन्दू संत नहीं, जानें पूरा सच

 

सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में एक व्यक्ति अर्धनग्न अवस्था में दो अन्य अर्धनग्न महिलाओं के साथ आपत्तिजनक हालत में दिखाई दे रहा है, वीडियो में कुछ लोगों को पकड़े गए तीन लोगों के साथ अभद्रता करते हुए देखा जा सकता है। इसी वीडियो को सोशल मीडिया पर शेयर कर दावा किया जा रहा है कि अर्धनग्न महिलाओं के साथ आपत्तिजनक हालत में पकड़ा गया गांजा व्यक्ति कोई और नहीं बल्कि एक हिन्दू संत शंकराचार्य परिषद के अध्यक्ष स्वामी आनंद स्वरूप महाराज हैं।

फेसबुक पर वायरल वीडियो को शेयर कर हिंदी भाषा के कैप्शन में लिखा गया है कि हिंदू साधु महिलाओं के साथ रंगे हाथ पकड़े गए – मुसलमानों और ईसाइयों को भारत से चले जाने का उपदेश देने वाले शंकराचार्य परिषद के अध्यक्ष स्वामी आनंद स्वरूप महाराज श्रीलंका में वेश्याओं के साथ पकड़े गए।

फेसबुक के वायरस पोस्ट का आर्काइव लिंक यहां देखें।

फैक्ट चेक:

न्यूज़ मोबाइल की पड़ताल में हमने जाना की वायरल वीडियो में दिख रहा गांजा व्यक्ति हिन्दू संत नहीं है।

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस वीडियो के साथ शेयर के दावे की सच्चाई जानने के लिए हमने पड़ताल की। गौरतलब है कि यदि शंकराचार्य परिषद के अध्यक्ष स्वामी आनंद स्वरूप महाराज ऐसी किसे आपत्तिजनक कृत में पकड़े गए होते तो मुमकिन है कि इस मामले में कई मीडिया रिपोर्ट्स जरूर छपी हुई होंगी। इसलिए अब हमने शंकराचार्य परिषद के अध्यक्ष स्वामी आनंद स्वरूप महाराज के बारे में कुछ कीवर्ड्स के माध्यम से गूगल पर खोजा।

खोज के दौरान हमें गूगल पर ऐसी कोई परिणाम नहीं मिले, जहां शंकराचार्य परिषद के अध्यक्ष स्वामी आनंद स्वरूप महाराज के बारे वायरल वीडियो से संबंधित कोई जानकारी दी गयी हो।

अब हमने वायरल वीडियो में दिख रहे शख्स और स्वामी आनंद स्वरूप महाराज की तस्वीरों की तुलना की हालांकि यहाँ दोनों में कोई समानताएं नहीं मिली, जिससे यहाँ साफ़ हो गया कि वायरल वीडियो में दिख रहा शख्स कोई और है।

तुलना

वायरल वीडियो वाला शख्स असल में कौन है, इस बात की पुष्टि के लिए हमने गूगल पर और बारीकी से खोजना शुरू किया। इस दौरान हमने एक कीफ्रेम को गूगल पर रिवर्स इमेज सर्च टूल के माध्यम से खोजा। खोज के दौरान हमें गूगल asianmirror.lk नामक वेबसाइट पर वायरल वीडियो    के संबंध में जुलाई 08, 2023 को छपा एक लेख मिला।

 

उपरोक्त प्राप्त लेख में वायरल वीडियो में दिख रहे शख्स की पहचान पल्लागामा सुमाना थेरो के रूप में बताई गयी है जो असल में एक बौद्ध भिक्षु है। लेख के मुताबिक बौद्ध भिक्षु पल्लागामा सुमाना थेरो की शिकायत पर पुलिस ने थेरो पर हमला करने वाले चार युवकों को पकड़ लिया था। लेकिन बाद में जब बाद में थेरो ने पुलिस को दी गई शिकायत वापस ली तो पुलिस ने भी युवकों को बेल पर छोड़ दिया। लेख के मुताबिक वायरल वीडियो की घटना श्रीलंका के Navagamuwa की है।

उपरोक्त पड़ताल के दौरान मिले तथ्यों से हमने जाना कि वायरल वीडियो हालिया दिनों का नहीं बल्कि साल 2023 के दौरान का है। साथ ही उक्त वीडियो में महिलाओं के साथ दिख रहा व्यक्ति हिन्दू संत नहीं बल्कि श्रीलंका में रहने वाला बौद्ध भिक्षु पल्लागामा सुमाना थेरो है।