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पीएम मोदी ने बिहार के राजगीर में नालंदा विश्वविद्यालय परिसर का किया उद्घाटन

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बिहार: लोकसभा चुनाव के परिणाम और तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री बनने के बाद पीएम नरेंद्र मोदी पहली बार बिहार पहुंचे हैं. पीएम नरेंद्र मोदी फिलहाल बिहार के नालंदा दौरे पर हैं, जहां पीएम मोदी ने बिहार के राजगीर में नालंदा यूनिवर्सिटी के नव निर्मित कैंपस का उद्घाटन किया है. वहीं इससे पहले पीएम मोदी ने प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय का दौरा किया.

नालंदा विश्वविद्यालय के नए परिसर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर, बिहार के राज्यपाल राजेंद्र आर्लेकर, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा तथा अन्य प्रतिनिधि. इस कार्यक्रम में 17 देशों के राजदूत भी शामिल हुए.

 

खुशी की बात है कि नालंदा विश्वविद्यालय के परिसर का उद्घाटन आज प्रधानमंत्री मोदी के करकमलों से किया जा रहा है…पुराने नालंदा विश्वविद्यालय में देश के ही नहीं दुनिया की अनेक जगह के लोग आकर पढ़ते थे लेकिन दुर्भाग्य से ये विश्वविद्यालय 1200 ईस्वी में नष्ट हो गया था. 2005 से हम लोगों को काम करने का मौका मिला तब से हमने बिहार के विकास का काम शुरू किया. 2006 में तत्कालीन राष्ट्रपति ए.पी.जे. अब्दुल कलाम बिहार आए थे और उन्होंने अपने संबोधन में नालंदा विश्वविद्यालय को फिर से स्थापित करने की बात की थी: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार

 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “मुझे तीसरे कार्यकाल के लिए शपथ ग्रहण करने के बाद पहले 10 दिनों में ही नालंदा आने का अवसर मिला है. यह मेरा सौभाग्य तो है ही, मैं इसे भारत की विकास यात्रा के एक शुभ संकेत के रूप में देखता हूं. नालंदा केवल एक नाम नहीं है. नालंदा एक पहचान है, एक सम्मान है. नालंदा एक मूल्य है, मंत्र है, गौरव है, गाथा है. नालंदा इस सत्य का उद्घोष है कि आग की लपटों में पुस्तकें भले जल जाएं लेकिन आग की लपटें ज्ञान को नहीं मिटा सकतीं.”

 

बता दें, वर्तमान समय मे नालंदा विश्वविद्यालय में कुल 17 देश के 400 विद्यार्थी अध्ययन कर रहे हैं. स्नातकोत्तर एवं पीएचडी के कुल सात विषयों की पढ़ाई हो रही है. जबकि दो विषय इस शैक्षणिक सत्र से शुरू होने वाला है. वहीं डिप्लोमा और सर्टिफिकेट कोर्स के लिए कुछ 10 विषयों की पढ़ाई हो रही है. इस नालंदा विश्वविद्यालय कैंपस में एशिया का सबसे बड़ा लाइब्रेरी बन रही है. यह कयास भी लगाया जा रहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस विश्वविद्यालय में दुनिया का सबसे बड़े लाइब्रेरी बनाने की मांग प्रधानमंत्री के समक्ष रख सकेंगे.