एक वीडियो जिसमें लोगों को केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के खिलाफ विरोध करते हुए और उनके काफिले को रोकते हुए देखा जा सकता है, सोशल मीडिया पर इस दावे के साथ साझा किया जा रहा है कि हालही में उत्तर प्रदेश में लोगों ने उनका इस तरह ‘स्वागत’ किया।
फेसबुक यूजर्स ने वीडियो को एक कैप्शन के साथ शेयर किया जिसमे लिखा है कि, “Viral Video:- गजब का स्वागत हो रहा है स्मृति ईरानी का उत्तर प्रदेश में, किसी गोदी मीडिया ने ये न्यूज़ दिखाई क्या..?”
यहाँ उपरोक्त पोस्ट का लिंक है।
फैक्ट चेक
न्यूज़मोबाइल ने पोस्ट की जांच की और इसे भ्रामक पाया।
हमने कीवर्ड सर्च के साथ वीडियो के कीफ्रेम पर रिवर्स इमेज सर्च चलाया और पाया कि वही वीडियो अक्टूबर 2020 में यूट्यूब पर अपलोड किया गया था।
वीडियो के टाइटल में लिखा था कि, ” हाथरस मुद्दे पर प्रदर्शनकारियों ने स्मृति ईरानी के काफिले को रोका | कांग्रेस कार्यकर्ता ने जवाब मांगा”
वही वीडियो 3 अक्टूबर, 2020 को वेरिफ़िएड YouTube चैनल NYOOOZ TV द्वारा भी अपलोड किया गया था, जिसका शीर्षक था, “कांग्रेस ने स्मृति ईरानी मुर्दाबाद के नारे लगाए, हाथरस मामले के विरोध में उनके काफिले को रोका।”
वन इंडिया हिंदी की एक रिपोर्ट में उल्लेख किया गया है कि समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के सदस्यों ने हाथरस बलात्कार पीड़िता के लिए न्याय की मांग करते हुए वाराणसी पहुंचने पर स्मृति ईरानी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया।
वीडियो के विवरण में लिखा है, “केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी शनिवार (3 अक्टूबर, 2020) को एक दिवसीय दौरे पर वाराणसी पहुंचीं, जहां उन्हें हाथरस की घटना को लेकर सपा और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के विरोध का सामना करना पड़ा। स्मृति ईरानी के काफिले को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने रोका। उन्होंने महिला कांग्रेस कार्यकर्ताओं से बात की जब कार्यकर्ता स्मृति ईरानी गो बैक के नारे लगा रहे थे। कांग्रेसियों ने केंद्रीय मंत्री को लाल चूड़ियां भेंट कीं।
इसलिए, उपरोक्त जानकारी से यह स्पष्ट है कि सोशल मीडिया पर 2020 का एक वीडियो हाल का बताकर शेयर किया जा रहा है।