हमारे देश में बच्चों के दिमाग में 10वीं कक्षा के बच्चों को बोर्ड एक्साम्स के लिए बड़ा डराया जाता है। कुछ बच्चों को यही डर सताता रहता है की पता नहीं ये 10वीं कैसे निकलेगी। हालांकि आज कल के बच्चे तो इसे आसानी से निकाल लेते है मगर ये डर का दौर तब ज़्यादा होता था जब बच्चे उनीस्वी सदी के होते थे। खैर हमारे देश में तो 10वीं कक्षा को पास करने की कई रोचक और मज़ेदार कहानियां है। ऐसी ही 10वीं कक्षा पास करने की एक शानदार कहानी है हैदराबाद के मोहम्मद नूरुद्दीन नाम के शख्स की।
हैदराबाद के 51 वर्षीय व्यक्ति मोहम्मद नूरुद्दीन ने 33 वर्ष के बाद आखिरकार कक्षा 10वीं की परीक्षा पास कर ली है। मोहम्मद नूरुद्दीन 1987 से 10वीं पास करने के लिए जी – जान लगाए हुए थे। उनका कहना है कि मैं अंग्रेजी में कमजोर हूं, इसलिए मैं पास नहीं हो पाया था। अब जा कर मैंने इस साल परीक्षा पास कर ली है क्योंकि सरकार ने इस साल कोरोना के चलते परीक्षा में छूट दे दी थी।
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51 साल के मोहम्मद नूरुद्दीन फिलहाल मुशीराबाद इलाके में स्थित भोलकपुर अंजुमन ब्वॉयज हाईस्कूल में अभी वॉचमैन के तौर पर काम करते है। बीते कई वर्षों से नूरुद्दीन लगातार परीक्षा देते आ रहे हैं, लेकिन हर साल नतीजा एक ही रहता है- वो फेल हो जाते है, मगर उन्होंने कभी हार नहीं मानी।
Telangana:Mohammad Noorudin,a 51-year-old man from Hyderabad has cleared his Class 10 examination after 33 yrs. He says,"I have been appearing for exams since 1987 as I am weak in English I couldn't pass. I passed this year as govt has given exemption due to #COVID19." pic.twitter.com/OUfrwdi4FO
— ANI (@ANI) July 30, 2020
नूरुद्दीन की ख्वाहिश सरकारी नौकरी करने की थी, जिसके लिए दसवीं कक्षा की परीक्षा पास करना जरूरी था, इसी वजह से वह परीक्षा देते रहे। जब एसएससी की तरफ से परीक्षा देना बंद हुआ, तो वो एक्सटर्नल परीक्षा देने लगे। लेकिन अंग्रेजी विषय पर कमजोर पकड़ का खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ा और वो हर बार फेल होते चले गए ।
इस कोरोना संकट ने सबको कष्ट तो बहुत दिए है लेकिन नूरुद्दीन के 33 साल कि मेहनत को पार लगा कर उनको बड़ी ख़ुशी दी है।