कोरोना महामारी रोकने के लिए टीके जल्द आने की उम्मीद से सोने के प्रति निवेशकों का रुझान कम हुआ है। इससे सोने में हाल के दिनों में बड़ी गिरावट दर्ज की गई है। वैश्विक बाजार में भी बीते दिन सोने की कीमत में चार साल की सबसे बड़ी गिरावट दर्ज की गई।
इंटरनेशनल मार्केट में भी सोना आज इतना कमजोर हो गया कि वह बीते चार साल में सबसे बड़ी मंथली गिरावट का शिकार हो गया। हाजिर सोना 1.2% गिरकर 1,766.26 डॉलर प्रति औंस हो गया। बता दे इस महीने के लिए, सोना करीब 6% कमजोर हुआ और तो और नवंबर 2016 के बाद से सोने में सबसे बड़ी मंथली गिरावट देखने को मिली है।
सोना 8000 और चांदी 17 हजार रुपये हुई सस्ती।
शुक्रवार को एमसीएक्स पर सोना 0.85 फीसदी की गिरावट के साथ 48106 रुपये प्रति 10 ग्राम के भाव पर बंद हुआ। 7 अगस्त को सोना 56,254 रुपये के अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच गया था। इस तरह भारतीय बाजार में सोना अब तक आठ हजार रुपये प्रति दस ग्राम सस्ता हो चुका है। इसी तरह चांदी ने भी 7 अगस्त को अपना उच्चतम स्तर को छू लिया था। उस समय चांदी 76,008 रुपये प्रति किलोग्राम पहुंच गई थी लेकिन शुक्रवार का इसका भाव 59100 रुपये रह गया। इस दौरान चांदी की कीमत में करीब 17,000 रुपये की गिरावट दर्ज हुई है।
क्या है अंतराष्ट्रीय बाज़ारों का हाल ?
अंतरराष्ट्रीय बाजार में चांदी की कीमतों में भी 2.2 फीसदी की भारी गिरावट आई और यह 22.19 डॉलर प्रति औंस पहुंच गई। इसी तरह प्लेटिनम की कीमत में भी 0.7 फीसदी की गिरावट आई और यह 957.04 डॉलर पर आ गई।
क्यों घटी है कीमतें।
इस मुद्दे पर जानकारों का कहना है किकोरोना महामारी से निपटने के लिए टीके के मोर्चे पर सकारात्मक खबरों से सोने की कीमतों में गिरावट आ रही है।