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संसद में आज क्या कुछ हुआ खास

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17 वीं लोकसभा का पहला सत्र सोमवार (17 जून) को राष्ट्रीय चुनावों के बाद शुरू हुआ. दो दिन तक सभी सांसदों ने बारी-बारी से अपने कर्त्तव्य की शपथ ली. पहले दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सहित कई नव-निर्वाचित सांसदों ने कर्त्तव्य की शपथ ग्रहण की थी.

वहीं दूसरे दिन पंजाब के गुरदासपुर से भारतीय जनता पार्टी के सांसद सनी देओल, समाजवादी पार्टी के मुलायम सिंह यादव, मथुरा से बीजेपी सांसद हेमा मालिनी उन्नाव से साक्षी महाराज, यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी, रवि किशन, मेनका गांधी राज्यवर्धन सिंह राठौर और शशि थरूर जैसे बड़े नेताओं ने शपथ ग्रहण की थी.

राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद 20 जून को संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करेंगे.

जानिए संसद में आज के दिन क्या कुछ हुआ खास

1. राजस्थान के कोटा से भाजपा सांसद ओम बिड़ला को बुधवार को 17 वीं लोकसभा में निर्विरोध अध्यक्ष के रूप में चुना गया है. बुधवार को कार्यवाही शुरू होने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके नाम का प्रस्ताव रखा. कांग्रेस, तृणमूल, द्रमुक और बीजद समेत कई दलों ने इसका समर्थन किया. पीएम मोदी ने लोकसभा के नए स्पीकर ओम बिड़ला का उनके पद पर स्वागत करते हुए कहा,”मुझे डर है कि उनकी नम्रता और विवेक का कोई दुरुपयोग न कर ले. जब पिछले सत्र को याद करेंगे तो सुमित्राजी का हमेशा मुस्कुराना और स्नेह से डांटना याद आएगा.”

2. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में आज संसद भवन की लाइब्रेरी में सर्वदलीय बैठक हुई, जिसमें नितीश कुमार, फारूक अब्दुल्लाह, सुखबीर सिंह बादल , नवीन पटनायक, मेहबूबा मुफ़्ती, जगन मोहन रेड्डी, कोनराड संगमा, आशीष पटेल, अमित शाह, राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी, थावरचंद गहलोत, नरेंद्र सिंह तोमर, सुखबीर बादल, सीताराम येचुरी, महबूबा मुफ्ती, डी. राजा, सुधाकर रेड्डी आदि नेताओं ने बैठक में हिस्सा लिया. हालांकि कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी तृणमूल कांग्रेस सहित करीब 14 राजनितिक दलों ने बैठक में हिस्सा नहीं लिया.

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बैठक का एजेंडा एक देश एक चुनाव के मुद्दे पर चर्चा करना था. देश में लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ कराने को लेकर लंबे समय से बहस हो रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इसका समर्थन किया है.हालांकि, ज्यादातर राजनीतिक दलों ने इसका विरोध किया है. ये तो तय है कि जब तक इस पर सहमति नहीं बनती, इसे धरातल पर उतारना मुश्किल होगा.

इस बैठक में वन नेशन, वन इलेक्शन के अलावा 2022 में भारत की आजादी के 75 साल और इस साल महात्मा गांधी की 150वीं जयंती जैसे मुद्दों पर बात भी बात हुई.

17 वीं लोकसभा के पहले सत्र, जो 40 दिनों तक चलेगा, के दौरान लोकसभा में 30 बैठकें होंगी, वहीं राज्य सभा में 27 सभाएं होंगी.

सरकार ट्रिपल तालक सहित कई प्रमुख बिल पेश करेगी. 5 जुलाई को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीथारमन द्वारा बजट पेश किया जाएगा.