विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बीजिंग में चीन के उपराष्ट्रपति वांग चीशान से मुलाकात की. भारत सरकार के अनुच्छेद 370 को जम्मू-कश्मीर में निष्प्रभावी करने के फैसले के परिदृश्य में इस यात्रा को काफी अहम माना जा रहा है.
रविवार को विदेश मंत्री एस जयशंकर तीन दिवसीय यात्रा पर चीन पहुंचे. माना जा रहा है कि पाकिस्तान के साथ गहराए तनाव को लेकर ये बैठक काफी महत्वपूर्ण है. इस मुलाकात के दौरान कश्मीर पर भी बातचीत होगी.
वह द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा करेंगे और इस साल अक्टूबर में होने वाले मोदी-शी शिखर सम्मेलन के लिए भूमिका तैयार करेंगे.
EAM @DrSJaishankar met HE Vice President of China Wang Qishan today morning at Zhongnanhai. @MEAIndia pic.twitter.com/D3uLrFpgdB
— India in China (@EOIBeijing) August 12, 2019
उनकी आधिकारिक व्यस्तता सोमवार को चीनी नेतृत्व के आह्वान पर शुरू होगी.
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दोनों विदेश मंत्री उच्च स्तरीय मीडिया फोरम का भी समापन करेंगे, जो यात्रा के हिस्से के रूप में आयोजित किया जा रहा है. न्यूज़मोबाइल के प्रधान संपादक सौरभ शुक्ला के साथ भारतीय मीडिया के चुनिंदा लीडर्स समेत चीनी मीडिया के वरिष्ठ संपादक इस मंच का हिस्सा है.
यह भी चिह्नित किया जाएगा कि उन्हें व्यापार, लोगों से लोगों के सहयोग जैसे वैश्विक मुद्दों पर प्रगति सुनिश्चित करना जारी रखना चाहिए ताकि वे अपने द्विपक्षीय संबंधों का विस्तार करना जारी रखें.
जयशंकर, जिन्होंने चीन में दूत के रूप में काम किया है, ने चीन के साथ कूटनीति का प्रबंधन किया है और वह चीनी नेतृत्व को आश्वस्त करेंगे कि भारत और चीन को एक साथ विकास के क्षेत्र में आगे बढ़ना चाहिए.
पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी भी चीन का दौरा कर चुके हैं, जिस दौरान उन्होंने चीन से कश्मीर मुद्दे पर दखल देने की गुहार लगाई थी.