बिहार वो प्रदेश जो इस वक़्त पूरी गहमा – गहमी और ज़ुबानी जंग के बीच चुनाव के दौर से गुज़र रहा है वही एक ऐसा वीडियो सामने आया है जिसने इस चुनावी जंग और ज़ुबानी जंग को और तेज़ कर दिया है। दरअसल बीते 1 दिन पहले एक वीडियो सामने आता है। वीडियो में दुर्गा प्रतिमा का विसर्जन करने जा रहे कुछ लोगों का जमावड़ा है, यह सभी लोग प्रतिमा के आस-पास घेरा बनाए पड़े हुए हैं, लेटे या बैठे हैं। कथित तौर पर पुलिस उन पर लाठी चार्ज कर रही है।
क्या था मामला।
जानकारी के मुताबिक, सोमवार की आधी रात शादीपुर में बड़ी दुर्गा के विसर्जन के दौरान यह वारदात हुई जिसमे विसर्जन के लिए निकल रही यात्रा के दौरान हंगामा हो गया। पुलिस का कहना है कि लोगों की तरफ से पत्थर बाजी हुई और फायरिंग भी हो रही थी।
1 की मौत, कई घायल।
इस घटना के दौरान हालात को काबू करने के लिए कथित तौर पर पुलिस को फायरिंग करने पड़ी। इसी दौरान गोली लगने से एक युवक की मौत हो गई। इस वारदात में कई लोग घायल हैं और करीब 100 लोग हिरासत में लिए गए हैं।
Don't feel unsafe, this is Democracy. #MungerKillings .@ZeeNews @crpfindia @HMOIndia pic.twitter.com/fUk5YelIoQ
— Mukul Anand (@Mukul91024) October 29, 2020
एसपी लिपि सिंह का बयान आया सामने।
इस घटना से सबसे अधिक सवालों के घेरे मे हैं एसपी लिपि सिंह। उनके मुताबिक पथराव के बाद असामाजिक तत्वों ने गोलीबारी भी की जिसमें एक युवक की मौत हो गई थी। उन्ही के द्वारा जारी एक क्लिप के मुताबिक इस घटना में करीब 20 सुरक्षा बल के जवान घायल हो गए, वहीँ एक एसएचओ स्तर के अधिकारी का सिर भी फट गया।
During Durga puja immersion, some anti-social elements restored to stone pelting which injured 20 policemen after this someone from the crowd fired leading to one death. Situation under control: Lipi Singh, SP Munger pic.twitter.com/gWjBxofjdw
— ANI (@ANI) October 27, 2020
क्या कहना है डीएम का।
डीएम राजेश मीणा ने के मुताबिक स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है उन्होंने अफवाहों पर ध्यान नहीं देने की अपील की है। उन्होंने भी क्लिप जारी करते हुए कहा कि इलाके में विसर्जन भी सभी जगह हो चूका है।
कोविड-19 गाइडलाइन का हुआ उल्लंघन।
इधर मुंगेर मामले पर डीआईजी मनु महाराज का कहना है कि चुनाव को लेकर जारी की गई गृह विभाग और कोविड-19 गाइडलाइन (Covid-19) और धारा 144 का उल्लंघन किया हुआ और इसके लिए पुलिस ने भी अनुरोध किया लेकिन पुलिस के अनुरोध को नहीं माना गया। इसके साथ ही उनका कहना है कि पुलिस की तरफ से गोली नहीं चलाई गई जिसके प्रणाम वायरल वीडियो में है।
इस घटना पर मचा सियासी बवाल।
इधर इस मामले पर तेजश्वी से लेकर चिराग पासवान और प्रियंका चतुर्वेदी ने तक इस घटना कि जमकर निंदा की है।
बिहार के मुंगेर में हुई बेहद दर्दनाक और शर्मसार करने वाली घटना में बिहार पुलिस ने माँ दुर्गा के भक्तों पर मूर्ति विसर्जन के दौरान अंधाधुन गोलियाँ बरसाईं।
क्या मुख्यमंत्री जो गृहमंत्री भी हैं इसकी ज़िम्मेदारी लेंगे? उन्हें इस घटना में आहत लोगों व परिवारों से माफ़ी माँगनी चाहिए pic.twitter.com/Q7Gb613G1M— Priyanka Chaturvedi (@priyankac19) October 27, 2020
राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने नीतीश कुमार की सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि वहां पुलिस को जनरल डायर बनने की अनुमति किसने दी? उन्होंने आरोप लगाया कि ‘इसके लिए आदेश कहीं न कहीं से आया था.’ ?
मुंगेर में हुई घटना की हम कड़ी निंदा करते हैं,घटना में 1 की मौत और कई लोग घायल हुए। लोगों को समझ नहीं आया कि पुलिस लोगों को अचानक क्यों पीटने लगी, इस घटना में डबल इंजन सरकार की भूमिका है। हम उपमुख्यमंत्री से पूछना चाहते हैं कि जनरल डायर बनने की अनुमति किसने दी? @yadavtejashwi pic.twitter.com/kDJRCpQdML
— NewsMobile Samachar (@NewsMobileHindi) October 28, 2020
इधर चिराग पासवान ने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जनरल डायर की भूमिका में हैं। उन्होंने कहा की मुंगेर में जिस तरह की घटना हुई है उसकी जवाबदेही मुख्यमंत्री की है। किसको नहीं पता है कि उस दिन विसर्जन होना था, यह लापरवाही प्रशासन की नहीं तो आखिर किसकी है।
मुंगेर में जिस तरह की शर्मनाक घटना घटी इसकी ज़िम्मेदारी किसकी है? CM के एक बहुत ही करीबी नेता की सुपुत्री वहां की स्थानीय SP हैं, तो क्या CM के संरक्षण पर माता के श्रद्धालुओं पर लाठी चलाई गई? CM जनरल डायर की भूमिका में आ गए हैं, इसकी जांच होनी चाहिए: @iChiragPaswan pic.twitter.com/4H2eP1uKBA
— NewsMobile Samachar (@NewsMobileHindi) October 28, 2020