प्रख्यात नाटककार, अभिनेता और निर्देशक गिरीश कर्नाड का सोमवार को बेंगलुरु में उनके आवास पर निधन हो गया। वह 81 वर्ष के थे।
वह लंबे समय से बीमारी से पीड़ित थे और कई अंग विफलता के कारण उनका निधन हो गया।
गिरीश का जन्म महाराष्ट्र में 19 मई 1938 को हुआ था। बहुमुखी प्रतिभा के धनी कर्नाड ने अनेक नाटकों और फिल्मों में अभिनय किया जिनकी काफी सराहना हुई। ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित किए जा चुके कर्नाड को 1974 में पद्म श्री और 1992 में पद्म भूषण से भी सम्मानित किया गया।
कर्नाड ने अपना पहला अभिनय और पटकथा लेखन की शुरुआत ‘संस्कार’ नामक एक कन्नड़ फिल्म से की थी। उन्होंने कई उल्लेखनीय हिंदी फिल्मों जैसे – पुकार, टाइगर ज़िंदा है , इकबाल’, ‘मंथन’ और ’डोर’ में काम किया।
उनके निधन पर पीएम नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया पर अपनी संवेदना साझा की।
मोदी ने लिखा, “गिरीश कर्नाड को सभी माध्यमों में उनके बहुमुखी अभिनय के लिए याद किया जाएगा। प्रिय लगने वाले कारणों पर भी उन्होंने भावुकता से बात की। उनके काम आने वाले वर्षों में लोकप्रिय होता रहेंगे। उनके निधन से दुखी। उनकी आत्मा को शांति मिले। ”
Girish Karnad will be remembered for his versatile acting across all mediums. He also spoke passionately on causes dear to him. His works will continue being popular in the years to come. Saddened by his demise. May his soul rest in peace.
— Narendra Modi (@narendramodi) June 10, 2019