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भाजपा मंत्रियों के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप होते तो वो मंत्री पद छोड़ देते: राजनाथ सिंह

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केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को कहा कि यदि भाजपा की अगुवाई वाली केंद्र सरकार के मंत्रियों के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप सत्य साबित हुए होते तो वे अपने पद से स्वयं इस्तीफ़ा दे चुके होते.

सिंह ने रविवार को एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा कि दुनिया में किसी की भी इतनी हिम्मत नहीं है कि भाजपा सरकार के मंत्रियों पर भ्रष्टाचार का आरोप लगा सके.

पूर्व भाजपा सरकारों का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि “हमने भी सरकारें चलाई हैं. कल्याण सिंह जी और मैंने उत्तर प्रदेश की सरकारों में नेतृत्व किया है. अटल जी और मोदी जी प्रधान मंत्री रहे हैं. लेकिन हमारे मंत्रियों के खिलाफ भ्रष्टाचार का एक भी आरोप नहीं लगा. अगर ऐसे आरोप लगे होते और सत्य सिद्ध होते तो हम स्वयं इस्तीफ़ा दे कर अपने-अपने घर लौट चुके होते.”

सिंह ने आगे कहा,”सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में कोई भी यह कहने की हिम्मत नहीं कर सकता है कि नरेंद्र मोदी सरकार में भ्रष्टाचार के आरोपों में एक भी मंत्री दागी पाया गया है.”

गृह मंत्री ने रैली को संबोधित करते हुए ये भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास भ्रष्टाचार करने का कोई कारण नहीं है, क्योंकि उनके पास उसका लाभ उठाने वाला भी कोई नहीं है. सिंह ने जनता के सामने सवाल रखा कि जब मोदी जी का कोई परिवार ही नहीं है तो वे भ्रष्टाचार किसके लिए करेंगे.

गौरतलब है कि विपक्षी दलों विशेषकर कांग्रेस द्वारा राफेल विमान सौदे में भाजपा पर लगाये गए भ्रष्टाचार के आरोपों के बीच सिंह की यह टिप्पणी आई है.

हालांकि गृह मंत्री राजनाथ सिंह कांग्रेस की पूर्व सरकारों पर भ्रष्टाचार के आरोप गिनाने से नहीं चूके और कांग्रेस पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों को गिनाते हुए जमकार पार्टी पर निशाना साधा.

सिंह ने उत्तर प्रदेश में सपा और बसपा के गठबंधन पर कटाक्ष करते हुए कहा कि इन पार्टियों ने गठबंधन सिर्फ इसलिए बनाया है ताकि मोदी जी को फिर से प्रधानमंत्री ना बनने दिया जाये.

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उन्होंने कहा, “उत्तर प्रदेश में सपा, बसपा गठबंधन अकल्पनीय था, लेकिन वे नरेंद्र मोदी को फिर से पीएम बनने से रोकने के लिए एक साथ आ गये हैं.”

गृह मंत्री ने सपा-बसपा गठबंधन पर तंज कसते हुए आगे कहा कि दोनों इसलिए एक साथ आए थे क्योंकि वे जानते थे कि मोदी नाम की आंधी में वे अकेले तिनके की तरह बह जाएंगे.

सिंह ने दावा किया कि सपा 2017 के यूपी विधानसभा चुनाव इसलिए हार गई क्योंकि उसने कांग्रेस के साथ गठबंधन किया था.