कोरोना काल में बिहार विधानसभा चुनाव बड़ा भिन्न तो है मगर हर चुनाव की तरह रोचक भी। ज़ुबानी जंग, गहमा- गहमी और शब्दों के कटाक्ष तो रैलियों में आम बात होते है लेकिन बिहार विधानसभा चुनाव के तीसरे और आखिरी चरण के चुनाव प्रचार के दौरान कुछ ऐसा हुआ जिसने एक ही पक्ष के दो नेताओं में मतभेद ला दिया है। दरअसल बिहार विधानसभा के दो चरण के चुनाव हो चुके है। अब तीसरे चरण की रेस में मुकाम हासिल करने बड़े बड़े दिग्गज मैदान में उतरे है। इसी क्रम में चुनाव प्रचार करने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ कटिहार पहुंचे।
इस दौरान जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने बिहार में घुसपैठ की समस्या को लेकर बड़ा बयान देते हुए कहा कि कटिहार घुसपैठ की समस्या से त्रस्त है। बिहार में एनडीए की सरकार बनने पर घुसपैठिये को निकाल बाहर करेंगे। इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि एनडीए के भाजपा प्रत्याशी तार किशोर को चौथी बार आशीर्वाद दें,आपके आशीर्वाद से घुसपैठ की समस्या का समाधान होगा। योगी ने दावा किया कि बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए की सरकार बनेगी और साथ ही बिहार में एक बार फिर विकास और सुशासन की सरकार बनेगी।
गठबंधन में दरार की खुली पोल।
यहाँ तक तो ठीक था लेकिन इस रैली के बाद बिहार में प्रचार करने के बिहार के सीएम नितीश ने भाजपा के स्टार प्रचारक योगी आदित्यनाथ
के बयानों के विरुद्ध ही उन्होंने एक बयान दे दिया। दरअसल बिहार के मुख्यमंत्री और जनता दल यूनाइटेड के अध्यक्ष नीतीश कुमार ने कहा है कि किसी में इतना दम नहीं है कि वो हमारे लोगों को देश से बाहर कर दे। संजोग की बात ये है कि उसी दिन योगी आदित्यनाथ ने बांग्लादेशी घुसपैठियों को देश से बाहर फेंकने की बात कही थी।
तीसरे चरण के चुनाव प्रचार के दौरान नतीश कुमार ने किशनगंज (जहां मुसलमानों की अच्छी खासी आबादी है) वहां अल्पसंख्यकों के कल्याण के लिये उनकी सरकार द्वारा किये गए कामों का भी उल्लेख करते हुए कहा कि सबको साथ लेकर चलना ही हमारा धर्म है। उन्होंने भाषण के एक अंश का वीडियो क्लिप साझा करते हुए ट्वीट किया है, “सब को साथ ले कर चलना ही हमारा धर्म है.. यही हमारी संस्कृति है.. सब साथ चलेंगे तो बिहार आगे बढ़ेगा..”
देखें वो वीडियो –
सब को साथ ले कर चलना ही हमारा धर्म है। यही हमारी संस्कृति है। सब साथ चलेंगे तो बिहार आगे बढ़ेगा। pic.twitter.com/uEfnVJPiay
— Nitish Kumar (@NitishKumar) November 4, 2020
इस पूरे गहमा – गहमी के बीच नीतीश कुमार ने अपने भाषण में किसी का नाम तो नहीं लिया लेकिन माना जा रहा है कि उन्होंने ये बातें यूपी सीएम के बयान के काट के तौर पर कही हैं, जो बिहार में भाजपा के नेतृत्व वाले गठबंधन के लिए प्रचार कर रहे हैं।