बागी भाजपा नेता शत्रुघ्न सिन्हा ने शनिवार को कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला और पार्टी महासचिव केसी वेणुगोपाल की उपस्थिति में औपचारिक तौर पर कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की.
उन्होंने ट्विटर पर लिखा, “बहुत भारी मन और अपार दुःख के साथ आज, 6 अप्रैल को मुझे अपनी पुरानी पार्टी को अलविदा कहना पड़ रहा है, जो इत्तेफ़ाक से पार्टी का स्थापना दिवस भी है. कारण हम सभी को ज्ञात है.”
It's with a heavy heart and immense pain that I finally bid adieu to my old party, for reasons best known to all of us, on 6th April, which also happens to be the Sansthapna Diwas of BJP.
I don't hold any ill will for our people as they were like my family and I was groomed in— Shatrughan Sinha (@ShatruganSinha) April 6, 2019
मशहूर ऐक्टर और भारतीय जनता पार्टी के बागी नेता लोकसभा चुनावों में बिहार के पटना साहिब से केंद्रीय मंत्री रवि शंकर प्रसाद के खिलाफ खड़े होंगे. पटना साहिब से दो बार सांसद रहे शत्रुघ्न सिन्हा को इस बार बीजेपी से टिकट नहीं दिया गया. पिछले कुछ महीनों में उन्हें कई बार पीएम मोदी और अमित शाह की खुलकर निंदा करते हुए देखा गया.
शत्रुघ्न की बीजेपी से नाराजगी कभी छिपी नहीं रही लेकिन वह पार्टी में बने हुए थे. हालांकि पिछले कुछ समय से अटकलें लगायी जा रही थी कि शत्रुघ्न सिन्हा कांग्रेस से जुड़ सकते हैं, लेकिन सिन्हा के कांग्रेस में आने की खबर के साथ ही इन सभी अटकलों पर विराम लग चुका है.
शनिवार को प्रेस कांफ्रेंस के दौरान सिन्हा ने अपने फैसले को लेकर कहा कि कोंग्रस देश की सबसे पुरानी पार्टी है, इसीलिए सही मायनों में वही राष्ट्रिय पार्टी है.
शत्रुघ्न ने यह दावा भी किया कि टीएमसी चीफ ममता बनर्जी, एसपी चीफ अखिलेश यादव, आप के राष्ट्रीय कन्वीनर अरविंद केजरीवाल ने भी उन्हें अपनी-अपनी पार्टियों में शामिल होने का न्योता दिया था, लेकिन उन्होंने यह स्पष्ट कर दिया था कि स्थितियां जो भी हों वह पटना साहिब से ही लोकसभा चुनाव लड़ेंगे.