Hindi Newsportal

दिल्ली: मानसिक तनाव में IITian ने रची खुद के अपहरण की साजिश, जाने कैसे पुलिस ने किया खुलासा

File image
0 616

दिल्ली में एक चौंकाने वाली घटना में, एक 24 वर्षीय आईआईटीयन ने अपने अपहरण की घटना रची. यहां तक कि उसने आत्महत्या का प्रयास करने के बारे में भी सोचा। हालांकि दिल्ली पुलिस द्वारा की गई शीघ्र कार्रवाई ने कोई अप्रिय घटना के घटित होने से पहले उसे ढूंढ लिया।

स्पेशल स्टाफ रोहिणी डिस्ट्रिक्ट और पीएस बुद्ध विहार की संयुक्त टीम ने दिल्ली के रोहिणी निवासी अंकित गुप्ता के अपहरण का मामला सुलझाया लिया है।

क्या है मामला?

19 जुलाई 2020 को अंकित ने शाम को लगभग 6 बजे पास के एटीएम से नकदी निकालने के लिए अपने घर से निकला। यह रात 8 बजे के आसपास ही था कि उनके पिता को एक अज्ञात मोबाइल नंबर से एक संदेश मिला – अपने बचे को ज़िंदा देखना है तो कल तक पांच लाख रूपए इंतेज़ाम करके रखना।

परिजनों ने मामले की सूचना पीसीआर को दी। परिवार ने यह भी बताया कि उनका बेटा अंकित गुप्ता IIT दिल्ली से B. Tech था और वर्तमान में नोएडा में एक निजी फर्म में काम करता था।

जांच प्रक्रिया –

अपराध की गंभीर प्रकृति को ध्यान में रखते हुए, दो अलग-अलग टीमों का गठन किया गया था। दोनों टीमों ने अपहृत लड़के का पता लगाने के लिए तुरंत कार्रवाई की।

जांच के दौरान, पीड़ित के घर से लेकर एटीएम तक क्षेत्र के सीसीटीवी कैमरों की अच्छी तरह से जाँच की गई। पीड़ित को अपने घर से बाहर जाते हुए देखा गया और एटीएम के आधे रास्ते तक देखा गया। हालाँकि, बीच में, वह दूसरी तरफ मुड़ गया और एटीएम पर नहीं गया।

पीड़ित का मोबाइल फोन का लाइव कॉल डिटेल रिकॉर्ड (सीडीआर) उसकी आखिरी लोकेशन जानने देखी गयी। सीडीआर से पीड़ित के एक और मोबाइल नंबर की पहचान की गई, जिसकी जानकारी परिवार वालों को नहीं थी। अंतिम सक्रिय स्थान नई दिल्ली में सराय रोहिल्ला रेलवे स्टेशन था।

यह भी पढ़ें: यूपी में बदमाशों का खौफ जारी, पुलिस से भांजी को छेड़ने की शिकायत पर पत्रकार को मारी गोली

टीमों ने रेलवे स्टेशन पर जांच की, आरक्षण चार्ट और सीसीटीवी कैमरों की जाँच की। पीड़ित को रेलवे स्टेशन में प्रवेश करते देखा गया, लेकिन रेलवे स्टेशन पर पता नहीं लगाया जा सका।

संपर्क क्रांति एक्सप्रेस की सूची में उन्हें एक नाम मिला, अंकित कुमार, उम्र 22 साल, जो जोधपुर (राजस्थान) के लिए रवाना हुई थी। लेकिन जब उस व्यक्ति की अलवर रेलवे स्टेशन पर जाँच की गई, तो वह वही (अंकित) व्यक्ति नहीं था।

एक अन्य सीसीटीवी फुटेज के माध्यम से, अंकित को उसी ट्रेन की अनारक्षित बोगी में चढ़ते हुए देखा गया। बाद में, पीड़ित की पहचान की गई और उसे जयपुर में उतार लिया गया। फिर उसे वापस दिल्ली लाया गया।

पीड़ित की कहानी –

अंकित अपना एमबीए पूरा करने के लिए IIM अहमदाबाद में एडमिशन लेना चाहता था। उसने उसी के लिए दो बार कोशिश की लेकिन सफल नहीं हो सका और डिप्रेशन में था और आत्महत्या करना चाहते था।

अपनी योजना के अनुसार, उसने स्वयं अपने माता-पिता को गुमराह करने के लिए अपने फोन से फिरौती का संदेश भेजा ताकि उसे आत्महत्या करने के लिए पर्याप्त समय मिल सके। पुलिस की त्वरित कार्रवाई के कारण ही, एक कीमती जान बच गई। पीड़ित की काउंसलिंग की गई है और आगे की जांच प्रक्रिया में है।

Click here for Latest News updates and viral videos on our AI-powered smart news

For viral videos and Latest trends subscribe to NewsMobile YouTube Channel and Follow us on Instagram