कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद ने ‘मॉब लिंचिंग’ से जुड़ी विभिन्न घटनाओं के बीच बड़ा बयान देते हुए कहा कि उन्हें लगता है कि दिल्ली में नहीं बल्कि दूसरे छोटे शहरों और गांवों में मॉब लिंचिंग का ज़्यादा डर रहता है.
उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाएं दिल्ली जैसे बड़े शहरों में भले ही नहीं हैं, पर देश के विभिन्न हिस्सों में छोटे शहरों और गांव-देहातों में यह समस्या जरूर है और लोग डर के साये में जी रहे हैं.
उन्होंने कहा,’मुझे लगता है कि दिल्ली में जहां हम रहते हैं या काम करते हैं, वहां डर का माहौल नहीं है. लेकिन हां, छोटे शहरों और गांवों में यह जरूर है. ऐसे में यह हर भारतीय की जिम्मेदारी है कि वह इस डर को दूर करने का प्रयास करे. यह हम सबकी जिम्मेदारी है कि उस पीड़ा को महसूस करें. न सिर्फ भारतीय मुस्लिम समाज को, बल्कि देश के हर व्यक्ति को इस तकलीफ और पीड़ा को समझने की जरूरत है.’
Salman Khurshid,Congress on mob lynching incidents: I think there is no atmosphere of fear in areas of Delhi where we live or work, but yes there is a feeling in small towns and villages. It is the responsibility of every Indian to assuage these fears. pic.twitter.com/lQHM9d5blo
— ANI (@ANI) July 13, 2019
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कांग्रेस नेता की यह टिप्पणी यूपी के उन्नाव में एक मदरसा छात्र की पिटाई किए जाने के बाद आई है. आरोप है कि बजरंग दल के सदस्यों ने मदरसा दार-उल-उलूम फैज-ए-आम के कुछ छात्रों की सिर्फ इसलिए पिटाई कर दी, क्योंकि उन्होंने ‘जय श्री राम’ के नारे नहीं लगाए. बताया जाता है कि छात्र क्रिकेट खेल रहे थे, जब बजरंग दल से जुड़े कुछ छात्र वहां पहुंचे उन्होंने उसकी पिटाई कर दी.
इसके अलावा, 20 जून को झारखंड के धतकीडीह गांव में तबरेज अंसारी नाम का एक मुस्लिम युवक भीड़ की हिंसा का शिकार हुआ था. चोरी के शक में लोगों ने उसे पकड़कर बुरी तरह से पीटा. उसे ‘जय श्री राम’ बोलने के लिए मजबूर किया. इसके बाद गंभीर रूप से घायल तबरेज ने अस्पताल में दम तोड़ दिया.