21 जून 2020 को देखे गए सूर्यग्रहण का एक फोटो कोलॉज बड़ी तेज़ी से वायरल हो रहा है। वायरल हो रही तस्वीर में एक सड़क की दो तस्वीरों को साथ लगाया गया है, जिसमें दावा किया गया है कि एक चित्र कोरोनावायरस के दौरान लगे लॉकडाउन में लिया गया है और दूसरा सूर्य ग्रहण के दौरान ।
इस पिक्चर से ये बात साबित की जा रही है की कोरोनोवायरस का डर लोगों को घर पर रखने में कैसे असफल रहा, जबकि सूर्य ग्रहण के दौरान सड़क सुनसान थी, शायद धार्मिक विश्वासों के कारण।
India 360º यांनी वर पोस्ट केले रविवार, २१ जून, २०२०
फैक्ट चेक:
न्यूज़ मोबाइल ने इस फोटो को गुमराह करने वाला पाया और इसका फैक्ट चेक किया।
ये भी पढ़े: फैक्ट चेक | क्या यह तस्वीर इंदिरा गांधी के गालवान घाटी में सैनिकों को संबोधित करने की है? जाने सच
जब पिक्चर को रिवर्स इमेज सर्च के माध्यम से हमने गूगल पर डाला तो तस्वीर हमें 22 मार्च, 2020 को डेक्कन हेराल्ड द्वारा प्रकाशित एक लेख में मिली।
हमें गेटी इमेजेज की वेबसाइट पर भी वही कोलाज मिला। डिस्क्रिप्शन के अनुसार, ट्रैफिक की तस्वीर 5 फरवरी, 2020 को ली गई थी।
वहीं खली रोड की तस्वीर 22 मार्च, 2020 को दिन भर लगे जनता कर्फ्यू के दौरान बैंगलोर शहर की थी।
डिस्क्रिप्शन में लिखा गया है: इस फोटो कोलॉज में ऊपर की तस्वीर 5 फरवरी, 2020 (बैंगलोर) की सड़क की है जिसमे ट्रैफिक की वजह से वाहन धीरे-धीरे सड़क पर रेंग रहे है वही नीचे वाली तस्वीर उसी सड़क की है जब एक दिन के लिए 22 मार्च, 2020 को जनता कर्फ्यू लगा था। 22 मार्च 2020 को देश की लगभग 1 अरब जनता अपने- अपने घरों में कैद हो गयी थी, क्युकी कोरोना से मरने वालों की संख्या लगभग 13 हज़ार का आकड़ा पार गयी थी। दुनिया में सबसे ज़्यादा संक्रमित देश इटली में भी सभी कारखाने और दुकाने बंद हो गयी थी क्युकी वहां लगातार दुसरे दिन कोरोना से मरने वालों का आकड़ा बढ़ रहा था।
फोटो – मंजूनाथ किरण / एएफपी