उत्तर प्रदेश के अमेठी में एक दर्दनाक वाकया सामने आया है। यहां पर एक दलित ग्राम प्रधान के पति को राजनीतिक दुश्मनी के कारण बदमाशों ने कथित तौर पर जलाकर मार डाला। अब इस हादसे के बाद ग्राम प्रधान का कहना है कि गांव के पांच-छह लोगों ने उसके पति पर हमला किया और उसे आग लगा दी।
देर रात आग में लिपटा मिला
दरअसल देर रात प्रदान का पति बंदोइया गांव के बाहरी इलाके में आग की लपटों में घिरे पाए गए थे और स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचित किया। परिजन उसे इलाज के लिए नौगीरवा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए। जहां डॉक्टरों ने उसे सुल्तानपुर जिला अस्पताल रेफर कर दिया। बाद में उन्हें ट्रॉमा सेंटर लखनऊ रेफर कर दिया गया, जहां अस्पताल ले जाते समय उनकी मौत हो गई।
बता दे मृतक की पहचान 50 वर्षीय अर्जुन कोरी के रूप में हो गयी है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है और मौजूदा तनाव को देखते हुए गांव में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। इधर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने स्थानीय पुलिस अधिकारियों से बात की है और मामले में सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए है।
पत्नी का आरोप – राजनैतिक रंजिश के कारण हुई हत्या।
उनकी पत्नी छोटका, जोकि ग्राम प्रधान हैं, अब उनका कहना है कि उनके पति किसी काम से बाहर गए थे और गुरुवार की देर रात तक घर नहीं लौटे। हमें फिर जानकारी दी गई कि उन्हें गांव के बाहर सुनसान जगह पर आग के हवाले कर दिया गया। उनका आरोप है कि यह राजनीतिक रंजिश के कारण किया गया है और उन्होंने इस मामले में 5 लोगों के नाम भी लिए है।